जम्मू, 31 अक्टूबर (आईएएनएस)। जम्मू एवं कश्मीर में नियंत्रण रेखा पर सोमवार को पाकिस्तान की ओर से की गई गोलीबारी में एक भारतीय जवान शहीद हो गया और एक महिला की मौत हो गई। यह जानकारी अधिकारियों ने दी।
पुलिस के एक प्रवक्ता ने कहा कि पाकिस्तान द्वारा संघर्ष विराम समझौते के ताजा उल्लंघन में एक अन्य महिला और दो सैनिक घायल हो गए। सीमा और नियंत्रण रेखा पर शांति बनाए रखने के लिए दोनों देशों के बीच संघर्ष विराम समझौता साल 2003 में हुआ था।
प्रवक्ता ने कहा कि पाकिस्तान की ओर से ताजा गोलीबारी की घटना राजौरी और पुंछ जिलों में नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर हुई। एलओसी जम्मू एवं कश्मीर को भारत और पाकिस्तान के बीच बांटती है।
पुलिस प्रवक्ता के अनुसार, पाकिस्तानी सेना ने भारतीय चौकियों को निशाना बनाने के लिए 82 एमएम मोर्टार गोले दागे और स्वचालित हथियारों का इस्तेमाल किया, जिसके कारण राजौरी के तारकुंडी सेक्टर में एक जवान शहीद हो गया तथा एक महिला मारी गई।
मृतक महिला की पहचान तौसीर बी (52) के रूप में हुई है, जबकि शहीद जवान की पहचान के बारे में तुरंत जानकारी नहीं मिल पाई है।
भारतीय सेना ने पाकिस्तान की ओर से गोलीबारी का मुंहतोड़ जवाब दिया।
भारत और पाकिस्तान ने एक-दूसरे पर संघर्ष विराम समझौते के नियमित रूप से उल्लंघन के आरोप लगाए हैं।
जम्मू एवं कश्मीर के उड़ी में सैन्य शिविर पर गत 18 सितम्बर को हुए पाकिस्तानी आतंकियों के हमले के बाद भारत-पाकिस्तान सीमा पर झड़पें तेज हो गई हैं।
इससे पहले सोमवार को पाकिस्तान रेंजर्स ने जम्मू एवं कश्मीर के आर.एस. पुरा, सुचेतगढ़ और हीरानगर सेक्टरों पर गोलाबारी और गोलीबारी की थी।
पुलिस के एक अन्य अधिकारी ने कहा, “पाकिस्तानी सैनिकों ने आर.एस.पुरा, सुचेतगढ़ और हीरानगर सेक्टरों में आम नागरिकों और सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) को निशाना बनाने के लिए मोर्टार से गोले दागे और स्वचालित हथियारों का इस्तेमाल किया।”
बीएसएफ ने पाकिस्तानी गोलीबारी का मुंहतोड़ जवाब दिया था।
भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव चरम पर होने के कारण सीमावर्ती गांवों के लोग सुरक्षित स्थानों पर पलायन करने को मजबूर हुए हैं।
घर से दूर रहने के कारण अंतर्राष्ट्रीय सीमा के निकट सीमावर्ती गांवों के लोगों ने सादे ढंग से दिवाली मनाई। पाकिस्तानी जवान उनके घरों, पशुओं और फसलों को अंधाधुंध निशाना बना रहे हैं।
अधिकारियों ने सीमावर्ती जम्मू, कठुआ और सांबा जिलों के सैकड़ों निवासियों के लिए स्कूलों, ग्रामीण विकास विभाग के भवनों और सामुदायिक सभागारों में रहने की अस्थाई व्यवस्था की है।
ज्म्मू एवं कश्मीर में पाकिस्तान के साथ भारत की 230 किलोमीटर अंतर्राष्ट्रीय सीमा और 740 किलोमीटर लंबी नियंत्रण रेखा है।