नई दिल्ली, 27 फरवरी (आईएएनएस)। भारतीय वायुसेना ने बुधवार को पाकिस्तान के एक विमान को मार गिराया और इस कार्रवाई में मिग-21 का एक पायलट लापता है। कथित तौर वह पाकिस्तान के कब्जे में हैं।
भारतीय वायुसेना द्वारा जैश-ए-मोहम्मद के सबसे बड़े प्रशिक्षण शिविर पर बमबारी करने के बाद दोनों देशों के बीच बढ़ते तनाव के बीच यह कार्रवाई की गई है।
विदेश मंत्रालय ने पाकिस्तान पर भारत के सैन्य अड्डों को निशाना बनाने का आरोप लगाया है, जोकि मंगलवार को भारत द्वारा आतंकरोधी कार्रवाई करते हुए जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) को निशाना बनाने के विरोध में है। गौरतलब है कि जेईएम ने कश्मीर में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के काफिले पर आत्मघाती हमला करने की जिम्मेदारी ली थी, जिसमें सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने एयर वाइस मार्शल की उपस्थिति में मीडिया को बताया, “इस आतंकवाद रोधी कार्रवाई के खिलाफ पाकिस्तान ने आज सुबह अपनी वायुसेना के जरिए भारत के सैन्य अड्डों को निशाना बनाया।”
उन्होंने कहा कि भारतीय वायुसेना ने त्वरित जवाबी कार्रवाई की और एक मिग-21 बाइसन ने पाकिस्तानी वायुसेना के एक विमान को मार गिराया।
उन्होंने कहा, “पाकिस्तानी विमान को आकाश से पाकिस्तान के इलाके में गिरते देखा गया।”
उन्होंने कहा, “दुर्भाग्य से इस कार्रवाई में हमने एक मिग-21 को खो दिया। कार्रवाई में पालयट लापता है। पाकिस्तान ने दावा किया है कि वह उसके कब्जे में हैं। हम तथ्यों का पता लगा रहे हैं।”
इससे पहले भारतीय वायुसेना (आईएएफ) ने फौरन कार्रवाई करते हुए जम्मू-कश्मीर के नौशेरा सेक्टर में घुस आए पाकिस्तानी लड़ाकू विमान को वापस होने पर मजबूर कर दिया।
पुलिस ने बताया कि भारतीय सेना का विमान हालांकि श्रीनगर अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डे से सात किलोमीटर दूर जम्मू-कश्मीर के बडगाम में दुर्घटनाग्रस्त हो गया।
इस दुर्घटना और पाकिस्तानी कार्रवाई के कारण लेह, पठानकोट, जम्मू, श्रीनगर और अमृतसर समेत करीब आठ शहरों में वाणिज्यिक उड़ानें रद्द कर दी गईं, हालांकि कुछ घंटों में परिचालन बहाल करने के आदेश दिए गए।
भारतीय हवाई रक्षा प्रणाली को मंगलवार से ही पूरी तरह अलर्ट पर रखा गया है।
रक्षा मंत्रालय के सूत्रों ने बताया कि इस बीच जम्मू-कश्मीर के उरी सेक्टर में भारत और पाकिस्तान के सैनिकों के बीच मोर्टार और छोटे हथियारों का इस्तेमाल करते हुए भारी गोलीबारी की गई।
संघर्ष कमालकोट इलाके में हुआ।
पुंछ, रजौरी और जम्मू जिलों में मंगलवार रात से ही नियंत्रण रेखा (एलओसी) स्थित 40 जगहों पर लगातार भारी गोलीबारी चल रही थी।
भारत ने सीआरपीएफ के काफिले पर आत्मघाती हमले के 12 दिनों बाद जेईएम के प्रशिक्षण शिविर पर हमला किया।
जम्मू-कश्मीर में सीआरपीएफ के काफिले पर हमला प्रदेश में 1989 में आतंकवादी गतिविधियां तेज होने के बाद का सबसे घातक हमला था।