चेन्नई, 27 मई (आईएएनएस)। पट्टाली मक्कल काची (पीएमके) के संस्थापक एस. रामादोस ने सोमवार को कहा कि आगामी केंद्र सरकार की पहली मंत्रीमंडलीय बैठक में गोदावरी-कावेरी नदी को जोड़ने वाली परियोजना को मंजूरी दी जानी चाहिए।
यहां जारी एक बयान में रामादोस ने कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुआई में नई सरकार बनने वाली है, ऐसे में गोदावरी-कावेरी नदियों को जोड़ने वाली परियोजना को मंजूरी दी जानी चाहिए।”
रामादोस ने कहा कि इस परियोजना को विश्व बैंक या एशियाई विकास बैंक से ऋण लेकर लागू किया जा सकता है।
रामादोस के अनुसार, दोनों नदियों को जोड़ने के मुद्दे पर 1970 में चर्चा हुई थी लेकिन इस पर कोई कार्रवाई नहीं की गई थी।
उन्होंने कहा कि गोदावरी भारत की सर्वकालिक नदियों में से है और इसका लगभग 1,100 टीएमसी (थाउजेंड मिलियन क्यूबिक फीट) पानी समुद्र में चला जाता है। अगर दोनों नदियां जुड़ जाती हैं तो तमिलनाडु को 200 टीएमसी पानी मिलने लगेगा।