लखनऊ, 27 दिसंबर – पश्चिमी उत्तर प्रदेश से आतंकियों के रिश्ते कोई नई बात नहीं है। शायद ही कोई ऐसा जिला हो जहां पर आतंकियों ने अपने गहरे संपर्क न बना रखे हों और अब तक घुसपैठ न कर पाए हों। यानी पश्चिमी उप्र तो उनके रडार पर है ही, अन्य राज्य भी अछूते नहीं हैं। (19:26)
आतंकियों के पास से जिस तरह से पश्चिमी उत्तर प्रदेश में हथियारों की खेप आ रही है, उससे साफ है कि यहां के सरगना बहुत ही शातिर और ताकतवर हो गए हैं। आधुनिक हथियारों का तस्कर-सौदागर शमीम इसका जीता जागता प्रमाण है। शमीम का नेटवर्क न केवल जेलों के अंदर है वरन आतंकियों से उसके गहरे रिश्ते हैं।
पुलिस सूत्रों ने बताया, पश्चिम ही नहीं समूचे उत्तर प्रदेश में बड़े गैंग के सरगनाओं और शातिर बदमाशों को एक से बढ़कर एक आधुनिक हथियारों की आपूर्ति करने वाला सौदागर कोई और नहीं, बल्कि हथियारों का तस्कर शमीम है। यह मुजफ्फरनगर का रहने वाला बताया जाता है। इसके आतंकियों से बहुत अच्छे रिश्ते हैं और यह उनसे ही सभी तरह के आधुनिक स्वचालित हथियार खरीदता है और फिर उन्हें मनचाहे दामों पर बड़े गैंग के सरगनाओं और शातिर अपराधियों को बेच देता है।
सूत्रों के मुताबिक, हथियारों के सौदागर शमीम की असलियत का खुलासा फरारी से करीब चार महीने पहले सुनील राठी गैंग के शातिर बदमाश अमित उर्फ भूरा ने हरिद्वार में किया था।
अमित ने बताया था कि शमीम के बारे में उसे जानकारी तिहाड़ जेल में मिली थी। वह बिहार से आतंकियों के पास से किसी भी तरह के स्वचालित आधुनिक हथियार लेकर आता है और उन्हें पश्चिमी उप्र और कई अन्य राज्यों में बड़े गैंगों और बदमाशों को अपने दामों पर बेच देता है। खास बात यह कि सभी बड़ी वारदातों में शमीम ही हथियारों की आपूर्ति करता है।
अमित उर्फ भूरा ने यह भी बताया था कि शमीम से उसकी कभी मुलाकात नहीं हुई है।
गौरतलब है कि उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश व दिल्ली सहित कई राज्यों में चोरी, लूट, डकैती और हत्या के 50 से भी ज्यादा मामलों के आरोपी कुख्यात अपराधी अमित उर्फ भूरा को बागपत में अदालत में पेशी के लिये जाते समय भूरा के साथियों ने उसे उत्तराखंड पुलिस की हिरासत से छुड़ा लिया था। उत्तराखंड पुलिस की आंखों में मिर्च झोंककर बदमाश न सिर्फ भूरा को छुड़ा ले गए, बल्कि उत्तराखंड पुलिसकर्मियों से उनकी दो एके-47 राइफलें और एक एसएलआर भी लेकर फरार हो गए।