हैदराबाद, 17 अप्रैल (आईएएनएस)। केंद्रीय मंत्री एम. वेंकैया नायडू ने कहा कि भारतीय अग्रणी पर्वतारोही माली मस्तान बाबू का शव कुछ ही दिनों में स्वदेश लाया जाएगा। मस्तान बाबू की अर्जेटीना और चिली के बीच एंडीज पर्वत पर चढ़ाई के दौरान मौत हो गई थी।
नायडू ने शुक्रवार को पत्रकारों से कहा कि मस्तान बाबू का शव अर्जेटीना से विमान के जरिए चेन्नई लाया जाएगा और वहां से सड़क मार्ग द्वारा आंध्र प्रदेश के नेल्लोर जिले के उनके गांव ले जाया जाएगा।
नायडू भी इसी जिले के रहने वाले हैं। उन्होंने कहा कि वह मस्तान बाबू का शव स्वदेश लाने के लिए लगातार विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के संपर्क में बने हुए हैं।
40 वर्षीय मस्तान बाबू 24 मार्च से ही लापता थे। वह अकेले ही सेरे ट्रेस क्रूसेस की चोटी फतह करने के अभियान पर निकले हुए थे। 3 मार्च को उनका शव पाया गया।
नायडू ने कहा कि बेहद खराब मौसम के कारण साथी पर्वतारोहियों एवं सेना के हेलीकॉप्टर द्वारा मस्तान बाबू का शव वहां से नीचे लाने का सारा प्रयास असफल रहा।
अंतत: पेशेवर पर्वतारोहियो का एक दल उनका शव नीचे लाने में सफल रहा, जिसके लिए भारत सरकार ने एक लाख डॉलर खर्च किए।
उन्होंने कहा कि उनके शव को स्वदेश लाने के लिए कागजी कार्यवाहियों सहित सारी औपचारिकताएं पूरी कर ली गई हैं तथा अधिकारियों ने मस्तान बाबू का कैमरा और अन्य निजी सामान उनकी बहन माली दोरासनम्मा को सौंप दिए हैं।
मस्तान बाबू का पार्थिव शरीर पोस्टमार्टम के लिए ब्यूनस आयर्स ले जाया गया। उनके शव को सुरक्षित रखने की व्यवस्था करने एवं अन्य औपचारिकताओं के बाद भारत लाया जाएगा।