देहरादून, 6 जून (आईएएनएस)। उत्तराखंड में नंदा देवी की पूर्वी चोटी पर गए भारतीय और विदेशी पर्वतारोहियों के शवों को प्राप्त करने के लिए एक संयुक्त भूमि अभियान शुरू किया गया।
राज्य सरकार के एक अधिकारी ने गुरुवार को कहा कि पर्वतारोहियों के शवों को प्राप्त करने के प्रयासों में भारतीय वायुसेना के हेलीकॉप्टरों के असफल रहने के बाद अब यह अभियान चलाया गया है।
पिथौरागढ़ के जिला मजिस्ट्रेट वी.के. जोगदंडे ने कहा कि भारतीय वायु सेना के हेलीकॉप्टरों ने गुरुवार सुबह पांच शवों को निकालने के दो प्रयास किए लेकिन खराब मौसम और क्षेत्र की कठिन स्थलाकृति ने ऑपरेशन में बाधा उत्पन्न की।
विफल प्रयासों के बाद, शवों को प्राप्त करने के लिए भूमि ऑपरेशन शुरू किया गया, जिसके लिए एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और आईटीबीपी की एक संयुक्त टीम बनाई गई है।
जोगदंड ने कहा, “हमें उम्मीद है कि हम ट्रेकिंग मार्ग के माध्यम से शवों को प्राप्त कर लेंगे।”
उन्होंने कहा कि बुधवार को पिथौरागढ़ से तीन उड़ाने भरी गई थी, जिस जगह पर पांच शव मिले थे वहां हेलीकॉप्टर ऊंचाई में ज्यादा देर मंडरा नहीं पाए और वहां से नीचे उतर आए।
जोगदंडे ने कठिन इलाके को ध्यान में रखते हुए कहा कि ऑपरेशन को पूरा होने में और एक सप्ताह का समय लग सकता है।
नंदा देवी पूर्वी चोटी से सटे एक अंजान स्थान पर लापता हो गए आठ पर्वतारोहियोंमें से पांच के शवों को सोमवार को भारतीय वायुसेना के हेलीकॉप्टरों ने देखा था।
पर्वतारोही ब्रिटेन, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और भारत के थे।