नई दिल्ली, 23 जनवरी (आईएएनएस)। कांग्रेस ने शुक्रवार को रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर से अपनी उस टिप्पणी को स्पष्ट करने के लिए कहा है, जिसमें उन्होंने कहा था कि कुछ पूर्व प्रधानमंत्रियों ने देश की संपदा के साथ समझौता किया है।
अरब सागर में एक संदिग्ध आतंकी नौका पर सुरक्षा अभियान के संबंध में सबूत न देने के मामले पर सफाई देते हुए पर्रिकर ने गुरुवार रात मुंबई में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान यह बात कही। अरब सागर में नौका पर सवार आतंकवादियों ने इसे विस्फोट कर उड़ा दिया था।
पर्रिकर ने कहा था, “हमने 200 किलोमीटर दूर से ही इसे रोक लिया था। नौका 24 घंटों से समुद्र में चक्कर लगा रही थी। क्या यह पर्याप्त सबूत नहीं है। आपको और अधिक क्या सबूत चाहिए? मुझसे सबूत मांगा गया था, लेकिन मैंने इसे खारिज कर दिया। मैंने कहा कि बिल्कुल भी नहीं, क्योंकि इसके स्रोत के साथ छेड़छाड़ किया जा सकता था।”
उन्होंने कहा था, “देश की संपदा बनाने में 20 से 30 साल लगते हैं। लेकिन देश के कुछ पूर्व प्रधानमंत्रियों ने इस संपदा से समझौता किया है। मैं उनके नाम नहीं लूंगा। कई लोग उनके बारे में जानते हैं।”
कांग्रेस ने रक्षा मंत्री पर हमला करते हुए उनसे अपने बयान को और स्पष्ट करने के लिए कहा है।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी.सी. चाको ने कहा, “मनोहर पर्रिकर को और स्पष्ट होना चाहिए और चीजों को अधिक स्पष्ट करना चाहिए। अन्यथा इससे गैरजरूरी जटिलताएं पैदा होंगी।”
इसी बीच कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा, “रक्षा मंत्री जो आरोप लगा रहे हैं, वे बहुत गंभीर हैं। हमें उम्मीद है कि वे जिम्मेदारी पूर्वक इस तरह के आरोप लगा रहे हैं।”
उन्होंने कहा, “रक्षा मंत्री को इस संबंध में सभी बातें जनता के सामने रखने की जरूरत है, ताकि देश के लोगों को जनकारी मिल सकें अन्यथा उन्हें अपने आरोपों पर माफी मांगनी चाहिए।”
मीडिया रपटों के मुताबिक पर्रिकर ने तटरक्षक अभियान पर सबूत मांगने को लेकर कांग्रेस पर हमला बोला है।
रक्षा मंत्री ने कहा, “कांग्रेस अभियान के संबंध में सबूत मांग रही थी.. कल से इस तरह के अभियान में हम अपने साथ कांग्रेस के एक प्रवक्ता और कैमरा मैन को ले जाया करेंगे।”