कराची। पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति और सैन्य शासक जनरल परवेज मुशर्रफ पर शुक्रवार को सिंघ हाईकोर्ट के बाहर किसी ने जूता फेंक दिया। इस घटना के बाद वहां पर कुछ देर के लिए अफरातफरी मच गई। वहीं सिंध हाईकोर्ट ने शुक्रवार उन्हें मिली अग्रिम जमानत की अवधि पंद्रह दिनों के लिए और बढ़ा दी। सुनवाई खत्म होने के बाद वह जब कोर्ट से बाहर जा रहे थे तभी किसी ने उनकी ओर जूता उछाल दिया। वह शुक्रवार सुबह कोर्ट में अपने कई सारे समर्थकों के साथ पेश हुए थे। इस बीच उनका वकीलों ने जबरदस्त विरोध किया और मुशर्रफ विरोधी नारे भी लगाए। कोर्ट से बाहर निकलते हुए मुशर्रफ ने कहा कि वह कोर्ट के दिए आदेश से खुश हैं।
परवेज मुशर्रफ 28 मार्च को पांच वर्षो से जारी निर्वासन को खत्म कर वतन वापस लौटे हैं। 2008 से ही वह यूएई और ब्रिटेन में निर्वासित जीवन बिता रहे थे। वतन वापसी से पहले उन्हें सिंध हाईकोर्ट ने अग्रिम जमानत दी थी। आतंकवाद निरोधी एक अदालत ने पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो की हत्या के संबंध में मुशर्रफ के खिलाफ 2011 में एक गिरफ्तारी वारंट जारी किया था।
बलूच नेता अकबर बुगती की अगस्त 2006 में एक सैन्य अभियान के दौरान हुई हत्या को लेकर भी मुशर्रफ के खिलाफ अक्टूबर 2012 में एक गिरफ्तारी वारंट जारी किया गया था। मुशर्रफ ने इन सभी आरोपों से इंकार किया है।