नई दिल्ली, 11 नवंबर (आईएएनएस)। बंधुआ मुक्ति मोर्चा के महामंत्री प्रो. श्योताज सिंह ने कहा कि सतलज यमुना लिंक नहर (एसवाईएल) के निर्माण पर सर्वोच्च न्यायालय के फैसले का पंजाब सरकार और वहां की जनता को उदारता पूर्वक पालन करना चाहिए, न कि राजनीतिक लाभ के लिए हठधर्मिता दिखानी चाहिए।
हरियाणा के हिस्से का पानी पंजाब से प्रदेश में लाने के लिए लिंक नहर का निर्माण होना है।
उन्होंने कहा कि सन 1966 में भाषा के आधार पर पंजाब के बंटवारे के समय हरियाणा प्रदेश अस्तित्व में आया था। परिवार में भी जब दो भाई अलग होते हैं तो उनके बीच में चल एवं अचल संपत्ति और संसाधनों का बंटवारा होता है। लेकिन, पंजाब बड़ा भाई होने के बावजूद साल 1966 से लगातार छोटे भाई हरियाणा का हक छीन रहा है और अब देश की सबसे बड़ी अदालत के निर्णय पर भी उंगलियां उठाई जा रही हैं।
देश में कानून के शासन की दुहाई देते हुए उन्होंने पंजाब के लोगों से अपील की कि वे हरियाणा के हक का पानी लाने के लिए लिंक नहर के निर्माण में किसी प्रकार की बाधा न डालें और राजनीतिक दल भी इसे मुद्दा नहीं बनाएं।
सिंह ने कांग्रेस को नसीहत देते हुए कहा कि उसके सांसद और विधायक सदस्यता से त्यागपत्र देने का नाटक बंद करें और हरियाणा की ढाई करोड़ जनता को उसके हक का पानी लेने में अपनी सकारात्मक भूमिका निभाने के लिए आगे आएं।