चंडीगढ़, 21 जनवरी (आईएएनएस)। पंजाब के राज्यपाल शिवराज पाटील का पांच वर्षो का कार्यकाल बुधवार को पूरा हो गया।
चंडीगढ़, 21 जनवरी (आईएएनएस)। पंजाब के राज्यपाल शिवराज पाटील का पांच वर्षो का कार्यकाल बुधवार को पूरा हो गया।
पूर्व केंद्रीय मंत्री पाटील ने यहां राज्यपाल के रूप में 22 जनवरी 2010 को कार्यभार संभाला था। वे केंद्र शासित क्षेत्र चंडीगढ़ के भी प्रशासक थे।
बुधवार को उन्हें पंजाब राजभवन के कर्मचारियों और अधिकारियों ने गर्मजोशी से विदाई दी।
पाटील का कार्यकाल व्यापक तौर पर विवादों से रहित, लेकिन खास तौर से चंडीगढ़ के परिप्रेक्ष्य में फीका रहा।
शहर के लिए विकास की कुछ चुनी हुई परियोजनाएं ही सामने आईं और वे विवादों में आई थी। यह सब पाटील के यहां का भार संभालने के पहले ही हो चुका था। उनके कार्यकाल में इन परियोजनाओं को खत्म कर दिया गया। लोकतांत्रिक व्यवस्था मौजूद नहीं होने से इस शहर के प्रशासन पर नौकरशाहों का दबदबा है। पाटील के कार्यकाल में नई पहल नहीं हो पाई।
पंजाब के लिए केंद्र से नए राज्यपाल की नियुक्ति नहीं होने तक हरियाणा के राज्यपाल कप्तान सिंह सोलंकी अतिरिक्त कार्यभार संभालेंगे।
जिन लोगों के नाम इस पद के लिए चर्चा में उठ रहे हैं उनमें दिल्ली भाजपा के वरिष्ठ नेता विजय कुमार मल्होत्रा और केंद्रीय मंत्री नजमा हेप्तुल्ला का नाम शिखर पर चला है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।