वेलिंगटन, 10 मार्च (आईएएनएस)। न्यूजीलैंड में नस्लीय दुर्व्यवहार का शिकार हुए एक भारतीय कर्मचारी को हर्जाना मिलेगा। अदालत ने दुर्व्यवहार के दोषी को 45,000 न्यूजीलैंड डॉलर (32,881 डॉलर) हर्जाने के तौर पर अदा करने के आदेश दिए हैं।
‘न्यूजीलैंड हेराल्ड’ की रपट के मुताबिक, इस मामले में पीड़ित भारतीय युवक सतनाम सिंह है, जबकि अभियुक्त भारतीय मूल का शराब विक्रेता शेन सिंह है। उसकी न्यूजीलैंड के ऑकलैंड में माउंट रॉस्किल इलाके में स्कॉर्पियन लिकर नाम की शराब की दुकान है, जहां सतनाम दो माह के लिए कार्यरत था।
सतनाम ने दुकान के मालिक व प्रबंधक शेन पर उसके साथ नस्लीय दुर्व्यवहार करने का आरोप लगाया था। उसका कहना है कि शराब की दुकान में दो माह के काम के दौरान उसके साथ न सिर्फ गाली-गलौच की गई, बल्कि उसे मारा-पीटा भी गया।
न्यूजीलैंड की एक अदालत में इस मामले की सुनवाई हुई, जिसने शेन से सतनाम को हर्जाना अदा करने के लिए कहा। अदालत ने यह भी कहा कि सतनाम को दुकान में न्यूनतम मजदूरी से भी कम वेतन दिया गया था। वह एक घंटे में सिर्फ छह-सात न्यूजीलैंड डॉलर (4-5 डॉलर) पाता था, जो निर्धारित न्यूनतम मेहनताने से कम है।
दुकान के प्रबंधक शेन और उसकी मां राज देवी ने इस पर अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।
सतनाम छात्र वीजा पर न्यूजीलैंड आया था और जनवरी 2012 में उसने यहां अंशकालिक नौकरी शुरू की थी। दुकान में दो माह के काम के दौरान उसे अक्सर गालियां दी जाती थी और भारतीय छात्रों को ‘भारतीय कुत्ता’ कहा जाता था।
दुकान में उसके साथ होने वाला दुर्व्यवहार छह मार्च, 2012 को चरम पर पहुंच गया, जब शेन ने सतनाम के सिर पर दफ्ती (क्लिपबोर्ड) मार दी और उसकी पगड़ी उछाल दी।
उसने सतमान से कहा, “यदि तुम दोबारा दिखे तो अपनी पगड़ी और दांत से हाथ धो बैठोगे।”
अदालत ने कहा कि घटना के बाद सतनाम शराब की दुकान में नहीं गया।
अदालत ने शेन को सतनाम के अपमान और उसकी गरिमा को ठेस पहुंचाने के लिए हर्जाने के तौर पर 45,000 न्यूजीलैंड डॉलर देने को कहा है।