उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की निवेश फ्रेंडली नीतियों का असर अब दिखाई पड़ने लगा है। बड़ी संख्या में निवेशकर्ता राज्य में निवेश के लिए आगे आ रहे हैं। इसके बावजूद राज्य सरकार की इन नीतियों का व्यापक प्रचार-प्रसार कर निजी निवेश को और अधिक प्रोत्साहित करने का प्रयास किया जाएगा।
साथ ही, यहां स्थापित कंपनियों से उत्तर प्रदेश कौशल विकास मिशन (यूपीएसडीएम) के तहत नौजवानों को प्रशिक्षित कर रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने का आग्रह भी किया जाएगा।
मुख्यमंत्री अपने सरकारी आवास पर मेसर्स लावा इंटरनेशनल एवं उत्तर प्रदेश कौशल विकास मिशन के बीच प्रशिक्षण एवं सेवायोजन के लिए फ्लेक्सी अनुबंध पर हस्ताक्षर किए जाने के अवसर पर अपने विचार व्यक्त कर रहे थे।
प्रदेश सरकार की तरफ से व्यावसायिक शिक्षा एवं कौशल विकास मंत्री महबूब अली एवं लावा इंटरनेशनल की तरफ से कंपनी के प्रबंध निदेशक हरिओम राय ने अनुबंध पत्र पर हस्ताक्षर किए।
मुख्यमंत्री ने लावा इंटरनेशनल से नोएडा स्थित अपनी उत्पादन इकाई को और अधिक विस्तारित करने की अपेक्षा करते हुए कहा कि राज्य सरकार कंपनी को हर संभव सहयोग प्रदान करेगी। उन्होंने कंपनी द्वारा युवाओं को प्रशिक्षित कर अपने यहां रोजगार देने की पहल का स्वागत करते हुए कहा कि इससे प्रदेश में स्थापित अन्य कंपनियों को प्रेरणा मिलेगी।
यादव ने कहा कि मिशन के माध्यम से प्रशिक्षित युवाओं के लिए रोजगार के नए-नए अवसर खोजने के लिए विशेषज्ञ प्लेसमेंट एजेंसीज जैसे सरल रोजगार, सेलेक्ट जॉब्स तथा ओला डॉट कॉम एवं मॉन्सटर डॉट कॉम व मेरा हुनर जैसे ऑनलाइन वेब पोर्टल्स की मदद भी ली जा रही है। इनके माध्यम से अन्य राज्यों व विदेशों में भी रोजगार की संभावनाएं तलाशी जा रही हैं।
लावा इंटरनेशनल के प्रतिनिधि ने बताया कि उनकी कंपनी 4 वर्षो में प्रदेश के कुल 10,000 युवाओं को अपने यमुना एक्सप्रेस-वे अथॉरिटी, गौतमबुद्धनगर स्थित प्रशिक्षण संस्थान में प्रशिक्षण देगी तथा प्रशिक्षित युवाओं में से कम से कम 80 प्रतिशत युवाओं को अपने प्रतिष्ठान में रोजगार भी देगी।
इस अवसर पर चेयरमैन नोएडा एवं ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी प्रवीर कुमार, प्रमुख सचिव आईटी एवं इलेक्ट्रॉनिक्स राजेंद्र कुमार तिवारी, प्रमुख सचिव सूचना नवनीत सहगल, सचिव व्यावसायिक शिक्षा एवं यूपीएसडीएम भुवनेश कुमार तथा मिशन निदेशक सुरेंद्र सिंह सहित लावा इंटरनेशनल के अधिकारी उपस्थित थे।