भोपाल :
राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने आज राजभवन में आयोजित राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद (नैक) से मूल्यांकन के संबंध में बरकतउल्ला विश्वविद्यालय, भोपाल और विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन की तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने निर्देश दिये कि नैक की हाई ग्रेडिंग प्राप्त करने के लिये मूल्यांकन मापदण्ड के अनुसार कार्य-योजना बनाकर उसका समयबद्ध क्रियान्वयन करें। प्रत्येक कार्य के लिये नोडल अधिकारी तय कर जवाबदेही निर्धारित करें। परीक्षाएँ निश्चित समय पर हों और परिणाम निश्चित समय पर घोषित किये जायें।
ऊर्जा, जल और पर्यावरण-संरक्षण के लिये विशेष प्रयास करें
श्रीमती पटेल ने विद्यार्थियों को ऊर्जा, जल और पर्यावरण-संरक्षण के प्रति जागरूक बनाने के लिये विशेष प्रयास करने को कहा। उन्होंने विश्वविद्यालयों में ऊर्जा और जल ऑडिट कराने की जरूरत बतायी। श्रीमती पटेल ने कहा कि विश्वविद्यालयों में अध्ययनरत विद्यार्थियों को पौध-रोपण करने और उसकी देखभाल का दायित्व निभाने के लिये प्रेरित किया जाये।
छात्रावासों में नियमित योगाभ्यास
राज्यपाल श्रीमती पटेल ने विश्वविद्यालयीन विद्यार्थियों के लिये छात्रावासों में नियमित योगाभ्यास की व्यवस्था करने के निर्देश दिये। उन्होंने विश्वविद्यालय में पुस्तकालय का सांयकालीन समय बढ़ाने के लिये भी कहा। श्रीमती पटेल ने कहा कि विश्वविद्यालय के सफल पूर्व छात्र-छात्राओं को सम्मानित किया जाये। अध्ययनरत छात्र-छात्राओं के साथ उनके सफलता के प्रयासों और अनुभवों को साझा करने के कार्यक्रम किये जायें। राज्यपाल ने विश्वविद्यालयों द्वारा ग्रामीण परियोजनाओं के संचालन, विद्यार्थियों के हीमोग्लोबिन टेस्ट कराने और टी.बी. रोग से ग्रसित बच्चों को पोषण-आहार प्रदाय करने की दिशा में पहल करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि इन प्रयासों का आंकलन भी कराया जाये।
बैठक में विश्वविद्यालयों के कुलपतियों ने नैक की हाई ग्रेडिंग प्राप्त करने के लिये किये जा रहे प्रयासों का प्रस्तुतिकरण किया। इस मौके पर अपर मुख्य सचिव उच्च शिक्षा सुश्री सलीना सिंह, राज्यपाल के सचिव श्री डी.डी. अग्रवाल, आयुक्त उच्च शिक्षा श्री राघवेन्द्र सिंह, बरकतउल्ला और विक्रम विश्वविद्यालय के कुलपति और बनारस विश्वविद्यालय के डॉ. आलोक राय उपस्थित थे।