नई दिल्ली। पूर्वोत्तर में शांति स्थापित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि के तहत केंद्र सरकार ने एनएससीएन यानी नेशनल सोशलिस्ट काउंसिल ऑफ नागालैंड के साथ शांति समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। प्रधानमंत्री के आवास पर रक्षामंत्री, गृहमंत्री, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार की मौजूदगी में इस शांति समझौते पर हस्ताक्षर किए गए।
खुद प्रधानमंत्री ने समझौते से ठीक पहले एक ट्वीट कर देश को जानकारी दी कि देश के लिए एक महत्वपूर्ण और मील का पत्थर साबित होने वाली घटना होने जा रही है। पीएम के इस ट्वीट ने पूरे देश में हलचल मचा दी। सब कयास लगाने लगे कि आखिर पीएम मोदी कौन सी खास घोषणा करने वाले हैं।खबर आई कि पीएम आवास पर देश के गृहमंत्री राजनाथ शिंह, रक्षामंत्री मनोहर पर्रिकर, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह पहुंच चुके हैं। लेकिन जल्द ही साफ हो गया कि पीएम का इशारा ऐतिहासिक नागा डील की ओर था जिसके तहत उग्रवादी संगठन एनएससीएन और भारत सरकार के बीच शांति समझौते पर हस्ताक्षर किए गए।