इससे पहले, बुधवार को मौके पर पहुंचे बाइक सवार पुलिसकर्मी ने मधेसियों के प्रति अपशब्दों का प्रयोग किया था। इसका विरोध करने पर पुलिसकर्मी ने चौकी के अंदर से पत्थर फेंके। जवाब में आंदोलनकारी मधेसियों ने भी पथराव किया था।
पथराव की सूचना पाकर पहुंची नेपाल पुलिस ने भी जवाब में पत्थर चलाए। जिससे एक घंटे तक अफरा तफरी की स्थिति बनी रही। पत्थर लगने से 12 प्रदर्शनकारी चोटिल हुए हैं।
घटनाक्रम के अनुसार, मधेसियों की नाकाबंदी शांतिपूर्ण तरीके से चल रही थी। तभी बुधवार दोपहर बाद सिविल ड्रेस में बाइक से पहुंचे नेपाली सिपाही ने मधेसियों के प्रति अपशब्दों का प्रयोग किया। इसका मौजूद आंदोलनकारियों ने विरोध किया तो सिपाही ने जमुनहा चौकी के अंदर पहुंचकर आंदोलनकारियों पर पत्थर फेंके।
नाकाबंदी पर मौजूद आंदोलनकारियों ने भी पत्थर चलाए। सूचना पाकर पहुंचे नेपाल पुलिस बल के जवानों ने भी पथराव किया। एक घंटे तक संघर्ष की स्थिति रही। इस दौरान पत्थर लगने से कई आंदोलनकारी घायल हो गए।
सूचना पाकर मौके पर पहुंचे नेपाल सशस्त्र पुलिस बल के डीएसपी नरसिंह बूढ़ा, पुलिस बल के डीएसपी भीम किरन बोकची ने किसी तरह स्थिति को संभाला। चोटिल नागरिकों को नेपालगंज नर्सिग होम ले जाकर उपचार कराया गया।