काठमांडू, 31 मई (आईएएनएस)। नेपाल में 25 अप्रैल को आए भूकंप और उसके झटकों से हुई तबाही के बाद रविवार को काठमांडू घाटी और अन्य जिलों में स्कूल दोबारा से खुल गए। नेपाल के शिक्षा मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि पांच सप्ताह तक बंद रहने के बाद पहले दिन बहुत ही कम संख्या में छात्र स्कूल पहुंचे। केवल 25 फीसदी छात्र ही स्कूलों में दिखे।
काठमांडू, 31 मई (आईएएनएस)। नेपाल में 25 अप्रैल को आए भूकंप और उसके झटकों से हुई तबाही के बाद रविवार को काठमांडू घाटी और अन्य जिलों में स्कूल दोबारा से खुल गए। नेपाल के शिक्षा मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि पांच सप्ताह तक बंद रहने के बाद पहले दिन बहुत ही कम संख्या में छात्र स्कूल पहुंचे। केवल 25 फीसदी छात्र ही स्कूलों में दिखे।
एक सरकारी अधिकारी ने स्कूलों में छात्रों की कम संख्या के लिए अभिभावकों द्वारा बच्चों की सुरक्षा की चिंता को जिम्मेदार बताया। उन्होंने बताया कि पिछले माह आए भूकंप और उसके बाद के झटकों में स्कूलों की इमारत में दरारें आ गई हैं। इसके अलावा कई जगहों पर स्कूल और उससे जुड़ी इमारतें ध्वस्त हो गईं।
नेपाल में 25 अप्रैल आए भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 7.9 मापी गई थी।
काठमांडू में एक स्कूल के अधिकारी ने कहा कि इमारतों में दरारों को देखते हुए कई स्कूल अस्थाई ढांचों में कक्षाएं चला रहे हैं।
अपने बच्चों की सुरक्षा को लेकर चिंतित हजारों माता-पिता अभी तक यह फैसला नहीं कर पाए हैं कि वे अपने बच्चों को स्कूल भेजें अथवा नहीं।
नेपाल के शिक्षा मंत्रालय ने कहा कि नेपाल के 37 भूकंप प्रभावित जिलों में सबसे ज्यादा प्रभावित गोरखा और सिंधुपालचौक जिलों के स्कूलों में छात्रों की संख्या ठीक-ठाक रही।
कई स्कूलों में रविवार को पढ़ाई के अलावा नृत्य, योग और अन्य मनोरंजन से संबंधित कार्यक्रमों का भी आयोजन किया गया।