नई दिल्ली, 10 अप्रैल (आईएएनएस)। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को यहां राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में सर्वसम्मति से जनता दल (युनाइटेड) का अध्यक्ष चुन लिया गया।
शरद यादव इस पद पर पिछले 10 सालों से थे। उन्होंने चार अप्रैल को अपना पद छोड़ दिया था। उन्होंने ही नीतीश के नाम का प्रस्ताव किया और पार्टी के वरिष्ठ नेता के. सी त्यागी और अन्य ने इसका समर्थन किया।
यादव ने कहा, “मुझे लगता है कि नीतीश के कुमार के नेतृत्व में पार्टी और विकास करेगी।”
बैठक के बाद पार्टी प्रवक्ता त्यागी ने आईएनएस से कहा कि जद(यू) समान विचारधारा वाले दलों और नेताओं से संपर्क करेगी और ‘जनता परिवार’ का विस्तार करेगी।
त्यागी ने कहा, “वर्तमान सरकार लोगों की उम्मीदों पर खरा उतरने में नाकाम रही है। जिस तरह से 2014 के चुनाव से पहले राजनीतिक अनिश्चितता बनी थी, एक बार फिर उसी तरह की स्थिति मंडरा रही है। अब एक राष्ट्रीय राजनीतिक दल के उभरने की आवश्यकता है।”
उन्होंने कहा, “इसलिए हमारा मानना है कि सभी समान विचारधारा वाले दलों को धीरे-धीरे एक मंच पर आना चाहिए। इस आशय से हम पहले से ही राष्ट्रीय लोक दल (रालोद) के अजीत सिंह और झारखंड विकास मोर्चा के बाबूलाल मरांडी (प्रजातांत्रिक) के साथ वार्ता कर रहे हैं। भविष्य में, हम अधिक दलों के साथ संपर्क स्थापित करेंगे।”
यह पूछे जाने पर कि क्या यह 2019 के आम चुनाव से पहले विभिन्न मध्यमार्गी-वामपंथी दलों के एक महागठबंधन का संकेत है? इस पर त्यागी ने कहा, “बड़ी लड़ाई से पहले कई छोटी-छोटी लड़ाइयां लड़नी हैं।”
उन्होंने कहा, “हमें अगले साल उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव पर ध्यान केंद्रित करना होगा। हमारा प्रयास राज्य में भारतीय जनता पार्टी को हराना है।”
जद (यू) ने भाजपा के साथ अपने 17 साल पुराने गठबंधन को तोड़ दिया है, इस पर त्यागी ने कहा कि भाजपा से अलग होना बुद्धिमानी भरा फैसला था।