वाशिंगटन, 18 जनवरी (आईएएनएस)। नींद आने में कठिनाई और नींद के कम घंटे कई तरह की खास समस्याएं बढ़ा सकते हैं। इन समस्याओं में शराब पीने, जोखिम भरे यौन व्यवहार का आदी बन जाने का खतरा भी शामिल है। यह एक अध्ययन में सामने आया है।
नींद की कमी और मादक पदार्थो के इस्तेमाल का चलन युवा पीढ़ी में भी पाया गया है।
इदाहो स्टेट विश्वविद्यालय में प्रायोगिक प्रशिक्षण में प्रोफेसर और निदेशक मारिया एम. वोंग ने कहा है, “सामान्य वयस्कों के बीच नींद आने में कठिनाई और अनिद्रा से यह सामने आया है कि वे एक वर्ष बाद अल्कोहल का इस्तेमाल कर सकते हैं और उनमें 3.5 वर्ष बाद अवैध मादक पदार्थो का बेतहाशा इस्तेमाल व निकोटिन पर निर्भर होने का खतरा बढ़ जाता है।”
अपने अध्ययन के लिए वोंग और उनके सह-लेखक ने 6,504 किशोरों (52 प्रतिशत लड़कियां, 48 प्रतिशत लड़के) से एकत्र आंकड़ों का विश्लेषण करने के बाद नेशनल लांगीट्यूडीनल स्टडी ऑफ एडोलेसेंट हेल्थ में भाग लिया।
पदार्थ संबंधी समस्याओं के लहर पैदा होने पर पूर्व नियंत्रण के दौरान उन लोगों ने नींद की कठिनाइयों और इसके बाद पदार्थ के प्रयोग के बढ़ते जाने की भविष्यवाणी का इस्तेमाल किया।
नींद में कठिनाइयां और नींद की अक्षमता का निष्कर्ष अल्कोहल का इस्तेमाल या अन्य पदार्थ का इस्तेमाल करना हो सकता है और इसका परिणाम चिकित्सकीय एवं व्यवहार के क्षेत्र पर प्रभाव पड़ना हो सकता है।
इंडो-एशियन न्यूज एजेंसी।