नई दिल्ली, 4 दिसम्बर (आईएएनएस)। केंद्रीय मानव संसाधन विकास (एचआरडी) मंत्री स्मृति ईरानी ने शुक्रवार को कहा कि केंद्रीय विद्यालयों और जवाहर नवोदय विद्यालयों सहित सभी सरकारी विद्यालयों का प्रदर्शन निजी विद्यालयों से बेहतर है।
स्मृति ने यहां ‘हिदुस्तान टाईम्स लीडरशिप’ सम्मेलन के दौरान यह बात कही।
उन्होंने कहा, “सरकार पूरे देश भर के विद्यालयों में शैक्षिक गुणवत्ता पर काम कर रही है। पिछले कुछ वर्षो में केंद्रीय विद्यालय और जवाहर नवोदय विद्यालय के विद्यार्थियों का प्रदर्शन निजी विद्यालयों के विद्यार्थियों से अधिक बेहतर है।”
स्मृति ने कहा, “हमें निजी विद्यालयों में सरकारी विद्यालयों की तरह ही शैक्षिक गुणवत्ता में सुधार करने की आवश्यकता है।”
उन्होंने यह भी कहा कि मानव संसाधन विकास मंत्रालय विद्यालयों में विद्यार्थियों के प्रदर्शन में कई तरह से सुधार करने के लिए राज्य के शिक्षा विभागों के साथ मिलकर काम कर रहा है।
स्मृति ने कहा, “अध्यापकों का फैसला उनके विद्यार्थियों के प्रदर्शन पर किया जाना चाहिए। इस मामले पर केंद्र, राज्यों के साथ काम कर रहा है।”
देश में शिक्षा के सुधार के लिए कई नीतियों पर बात करते हुए एचआरडी मंत्री ने कहा कि सरकार विकलांग बच्चों के लिए शिक्षा की गुणवत्ता पर जोर दे रहा है।
उन्होंने कहा, “हमने विकलांग बच्चों के लिए करीब 2,75,000 अध्यापकों को नई शिक्षण सामाग्री दी है और हमने भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) सहित कई बड़े संस्थानों में पढ़ रहे विकलांग छात्रों की फीस भी माफ कर दी है।”
स्मृति ने कहा, “आईआईटी जैसे उत्कृष्ट शिक्षण संस्थान बिना कोई सुर्खियां बटोरे शांतिपूर्ण रूप से काम कर रहे हैं। भारतीय संस्थान क्षेत्रीय भाषाओं पर शोध कर रहे हैं, जिसे वैश्विक रैंकिंग में पहचान नहीं मिलती।”
उन्होंने कहा, “तैयारियों के लिए वैश्विक रैंकिंग काफी जरूरी है, लेकिन इस कारण भारतीय संस्थानों की विशिष्टता परिलक्षित नहीं है।”