तिरुमला-तिरुपति मंदिर के प्रसाद में मिलने वाले लड्डुओं में जानवरों की चर्बी पाएं जाने वाला मामला तूल पकड़ता जा रहा है. प्रसादम विवाद पर अब आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी का बयान सामने आया है. उन्होंने कहा, कि हर 6 महीने में घी आपूर्तिकर्ता का चयन करना तिरुमला तिरूपति देवस्थानम (टीटीडी) की एक नियमित प्रक्रिया है. यह दशकों से जारी है, और इसमें कोई नई बात नहीं है.
रेड्डी ने चंद्रबाबू नायडू पर निशाना साधते हुए कहा, कि वह अपने 100 दिन के शासन से जनता का ध्यान भटकाने की कोशिश कर रहे हैं. रेड्डी ने आगे कहा, कि नायडू ऐसे व्यक्ति हैं जो राजनीतिक लाभ के लिए भगवान का भी इस्तेमाल कर सकते हैं.उन्होंने कहा, यह ध्यान भटकाने की राजनीति है. एक तरफ लोग चंद्रबाबू नायडू के 100 दिन के शासन को लेकर अपना गुस्सा जाहिर कर रहे हैं. वे पूछ रहे हैं कि उनके ‘सुपर सिक्स’ (चुनावी वादों) का क्या हुआ. लोगों का ध्यान भटकाने के लिए यह मनगढ़ंत कहानी रची जा रही है.
जगन रेड्डी ने कहा, कि घी में मिलावट के आरोप अति गंभीर हैं. उन्होंने पूछा कि दुनिया भर में करोड़ों भक्तों की भावनाओं के साथ खिलवाड़ करना क्या उचित है. रेड्डी ने कहा कि सबूत के तौर पर प्रयोगशाला जांच रिपोर्ट में जिन नमूनों, जांच और परिणाम का उल्लेख किया है….वे राजग सरकार में ही सामने आए.