नई दिल्ली, 2 जून (आईएएनएस)। भारतीय टेस्ट टीम के नवनियुक्त कप्तान विराट कोहली का कहना है कि उन्होंने कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि वह इतनी कम उम्र में टेस्ट टीम के कप्तान बन जाएंगे।
कोहली ने कहा कि बचपन में वह सिर्फ राष्ट्रीय टेस्ट टीम में खेलने भर का सपना देखा करते थे।
पिछले वर्ष आस्ट्रेलिया दौरे पर महेंद्र सिंह धौनी के अचानक टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कहने के बाद कोहली को भारतीय टेस्ट टीम की कप्तानी सौंपी गई।
धौनी ने टेस्ट श्रृंखला के तीसरे मैच के बाद टेस्ट क्रिकेट से संन्यास की घोषणा की। आस्ट्रेलिया यह सीरीज 2-0 से जीतने में सफल रहा था, हालांकि कोहली पूरी सीरीज के दौरान जबरदस्त फॉर्म में दिखे और न सिर्फ उन्होंने बल्ले से ढेर सारे रन बनाए बल्कि आगे बढ़कर टीम का नेतृत्व भी किया।
वेबसाइट ‘दक्रिकेटमंथली डॉट कॉम’ को दिए साक्षात्कार में कोहली ने मंगलवार को कहा, “ईमानदारी से कहूं तो मैं यह सोचने की स्थिति में भी नहीं था कि मैं टेस्ट टीम का कप्तान बनने जा रहा हूं। मैं इसकी कभी कल्पना भी नहीं की थी। जब मैंने क्रिकेट खेलना शुरू किया उस समय यदि आप मुझसे पूछते कि क्या 26 साल की अवस्था में भारतीय टेस्ट टीम का कप्तान बनूंगा तो मेरा जवाब होता बिल्कुल नहीं।”
कोहली ने कहा, “मेरा सपना सिर्फ भारतीय टेस्ट टीम के लिए खेलने भर का था। युवा खिलाड़ी के तौर पर उन दिनों क्लब के लिए, स्कूल के लिए और राज्य के लिए खेलते हुए बिताए गए दिन अद्भुत थे। वो सारी पुरानी यादें मेरे जहन में घूम रही हैं। यह सब सपने जैसा लग रहा है।”
कोहली ने रवि शास्त्री को आगामी बांग्लादेश दौरे के लिए टीम निदेशक बनाए रखने के फैसले का भी समर्थन किया। कोहली ने कहा कि शास्त्री का टीम के साथ बने रहना टीम का हौसला बढ़ाने वाला फैसला है।
गौरतलब है कि पिछले वर्ष इंग्लैंड दौरे पर टीम के निदेशक नियुक्त किए गए शास्त्री का कार्यकाल बांग्लादेश दौरे तक के लिए बढ़ा दिया गया है।
कोहली ने कहा, “वह ऐसे व्यक्ति हैं जो जिम्मेदारियों से नहीं भागते। वह आलोचनाओं को भी आगे बढ़कर झेलते हैं और हमेशा आगे बढ़ते रहने के बारे में सोचते हैं।”
क्रिकेट मंथली को दिए साक्षात्कार में कोहली ने कहा, “वह किसी विचार को लेकर भ्रम में नहीं रहते। इस समय टीम के साथ जुड़े लोगों में वह सबसे ऊर्जावान व्यक्ति हैं, क्योंकि भारतीट टेस्ट टीम इस समय काफी युवा है और वह टीम का काफी आत्मविश्वास बढ़ाते हैं। उनमें प्रभावित करने वाली बात है और जब वह कुछ कहते हैं तो लोग सम्मान के साथ उन्हें सुनते हैं।”
कोहली ने आगे कहा, “टीम के साथ उन्हें पाकर हम बेहद खुश हैं, भले ही वह उसी पद पर नियुक्त किए गए हों। टीम के साथ उनके होने भर से हमारा मनोबल बढ़ाने वाला है। मुख्य कोच की नियुक्ति या इस पद पर कौन हो और क्या करना चाहिए जैसे विषयों पर जब हम बैठेंगे तो चर्चा करेंगे।”