मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि राज्य शासन द्वारा शुरू की गयी नर्मदा क्षिप्रा सिंहस्थ लिंक परियोजना के प्रथम चरण का कार्य इसी वर्ष के अंत में पूरा कराया जायेगा। नर्मदा-क्षिप्रा-सिंहस्थ लिंक परियोजना मालवा के लिये वरदान साबित होगी। मुख्यमंत्री श्री चौहान आज इंदौर जिले के सांवेर में आयोजित विकास सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम में उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री श्री कैलाश विजयवर्गीय, सांसद श्रीमती सुमित्रा महाजन, जिला पंचायत अध्यक्ष श्री ओमप्रकाश परसावदिया, खनिज विकास निगम के उपाध्यक्ष श्री गोविंद मालू, विधायकद्वय श्री तुलसी सिलावट तथा श्री जीतु जिराती, मध्यप्रदेश कृषक आयोग के नव-नियुक्त अध्यक्ष श्री कैलाश पाटीदार विशेष रूप से मौजूद थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस परियोजना के माध्यम से मालवा को नंदन वन बनाया जायेगा। परियोजना के तीनों चरण पूरे होने पर मालवा में 16 लाख एकड़ क्षेत्र में सिंचाई की अतिरिक्त सुविधा विकसित की जाएगी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि किसानों को सिंचाई के लिये अब फ्लेट रेट से बिजली दी जाएगी। सिंचाई के लिये कुंओं पर दिये गये मीटरों की रीडिंग अब नहीं की जाएगी। सांवेर में पेयजल के लिये 8 करोड़ रूपये तथा सड़कों के निर्माण पर तीन चरणों में चार करोड़ रूपये खर्च किये जायेंगे।
सम्मेलन में मुख्यमंत्री श्री चौहान ने सांवेर क्षेत्र में 32 करोड़ 53 लाख रूपये की लागत के 26 विकास कार्यों का भूमि-पूजन एवं लोकार्पण किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि भू-जल स्तर पर वृद्धि की गयी है। मालवा को रेगिस्तान से बचाने के लिये असंभव लगने वाली नर्मदा-क्षिप्रा-सिंहस्थ लिंक परियोजना का क्रियान्वयन प्रारंभ किया गया है। इस परियोजना के माध्यम से मालवा क्षेत्र को रेगिस्तान होने से बचाया जाएगा। इस परियोजना का तेजी से काम चल रहा है। इस वर्ष के अंत तक नर्मदा का पानी क्षिप्रा में मिला दिया जाएगा। इसके बाद नर्मदा का पानी गंभीर, पार्वती तथा कालीसिंध नदी में भी मिलाया जाएगा। बिजली आपूर्ति के सुधार के प्रयासों की जानकारी देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले ग्रामीणों को बिजली के अभाव में अनेक कष्टों का सामना करना पड़ता था अब उन्हें यह कष्ट नहीं उठाने पड़ेंगे। जून माह के अंत तक अटल ज्योति अभियान के अंतर्गत प्रदेश के सभी गाँवों में 24 घंटे बिजली उपलब्ध करा दी जाएगी। इस योजना में प्रदेश में 22 हजार करोड़ रूपये खर्च किये जा रहे हैं। बिजली आपूर्ति के मामले में महाराष्ट्र, आन्ध्रप्रदेश सहित देश के अनेक प्रदेशों की तुलना में मध्यप्रदेश में बेहतर स्थिति है। उन्होंने कहा कि गरीबों को एक जून से एक रूपये प्रति किलो की दर से गेहूँ उपलब्ध कराया जाएगा। श्री चौहान ने सांवेर नगर पंचायत को दिये जाने वाली फायर ब्रिगेड वाहन का लोकार्पण भी किया।
श्री कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि राज्य सरकार ने नर्मदा-क्षिप्रा-सिंहस्थ लिंक परियोजना के माध्यम से असंभव कार्य को संभव कर दिखाया है। यह योजना मुख्यमंत्री श्री चौहान की दृढ इच्छा शक्ति का परिणाम है। उन्होंने गाँव में 24 घंटे बिजली उपलब्ध करायी जाने की योजना का जिक्र करते हुए कहा कि इससे ग्रामीण क्षेत्रों में अनेक सकारात्मक प्रभाव परिलक्षित होंगे। श्रीमती सुमित्रा महाजन ने कहा कि सांवेर क्षेत्र में मण्डी निधि से विकास कार्य करवाये जाने के भी तेजी से प्रयास किये जा रहे हैं। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में महिलाएं, जनप्रतिधि और ग्रामीणजन मौजूद थे।