नर्मदापुरम- मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने शनिवार को नर्मदापुरम में 6वीं रीजनल इंडस्ट्रियल कॉन्क्लेव का शुभारंभ किया। उन्होंने कहा है कि औद्योगिक क्षेत्र मोहासा नर्मदापुरम के विकास का केंद्र बनेगा। मोहासा में कुल 18 हजार करोड़ के निवेश से 24 हजार स्थानीय लोगों को रोजगार मिलेगा। सीएम ने नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र की 20 औद्योगिक इकाइयों के प्रतिनिधियों को भूमि आवंटन पत्र का वितरण भी किया।
इस दौरान मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने कहा कि औद्योगिक क्षेत्र मोहासा नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में स्थापित होने जा रहा है। प्रत्येक औद्योगिक इकाइयों द्वारा लगभग 2 हजार करोड़ रुपये से अधिक का निवेश किया जा रहा है। जिससे सोहागपुर, इटारसी, सिवनीमालवा, पिपरिया, पचमढ़ी के स्थानीय युवाओं को रोजगार प्राप्त होगा। रोजगार के लिए होने वाला पलायन रुकेगा। महज 2 से 3 सालों में ही पूरे नर्मदापुरम का आर्थिक परिदृश्य बदल जाएगा। सीएम ने कहा कि नर्मदापुरम वन संपदा, भू-संपदा, बेहतर रोड कनेक्टिविटी, रेल कनेक्टिविटी जैसी सुविधाओं के साथ औद्योगिक विकास के लिए सबसे अनुकूल है
संभागीय आईटीआई में हो रहे कॉन्क्लेव में शामिल होने के लिए 4 हजार से अधिक रजिस्ट्रेशन हुए हैं। इनमें 3 हजार एमएसएमई प्रतिनिधि, 75 प्रमुख निवेशक, और कनाडा, मेक्सिको, नीदरलैंड, वियतनाम और मलेशिया के अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधि शामिल हैं। फिल्म डायरेक्टर राजकुमार संतोषी भी पहुंचे हैं।
‘नए क्षितिज, नई संभावनाएं’ थीम के तहत कॉन्क्लेव में कृषि, डेयरी, खाद्य प्रसंस्करण, नवकरणीय ऊर्जा, पर्यटन और कपड़ा उद्योग जैसे क्षेत्रों पर फोकस है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने निवेशकों के साथ वन-टू-वन मीटिंग भी की। इसमें 10 से अधिक प्रमुख निवेशक अपनी प्लानिंग शेयर की।
रीजनल इंडस्ट्रियल कॉन्क्लेव में खाद, कृषि समेत अन्य उत्पादों की प्रदर्शनी भी लगी है। इसके अलाव ऑर्डनेंस फैक्ट्री में बनने वाली उपकरण, बुलेट और मिसाइल भी रखी गई हैं। बता दें कि अब तक उज्जैन, जबलपुर, रीवा, ग्वालियर और सागर संभाग में इसका आयोजन किया जा चुका है।