हांगजोऊ, 24 अगस्त (आईएएनएस/सिन्हुआ)। द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान जापानी नरसंहार के शिकार 77 पीड़ितों ने चीन की एक अदालत में जापान सरकार के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। पीड़ितों की मांग है कि जापान सरकार माफी मांगे और उन्हें मुआवजा दे।
हांगजोऊ, 24 अगस्त (आईएएनएस/सिन्हुआ)। द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान जापानी नरसंहार के शिकार 77 पीड़ितों ने चीन की एक अदालत में जापान सरकार के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। पीड़ितों की मांग है कि जापान सरकार माफी मांगे और उन्हें मुआवजा दे।
1941 की इस घटना के 77 पीड़ितों ने झेजियांग प्रांतीय उच्च लोक अदालत में अलग-अलग वाद दायर किया है। इन्होंने जापानी सरकार से माफी के साथ-साथ 310,000 डॉलर मुआवजा मांगा है।
23-24 अप्रैल 1941 को जापानी सैनिकों ने शंघाई से 300 किलोमीटर दूर झेजियांग के तटीय इलाके वेनलिंग में 2.300 घरों को आग के हवाले कर दिया था। घटना में 40 नागरिकों की मौत हो गई थी। 6000 लोग बेघर हो गए थे।
इस घटना के वक्त झेंग हेमन पांच साल के थे। वह बताते हैं, “जापानी सैनिकों ने दो गांवों में आग लगा दी थी। तीन दिन तक आग जलती रही थी। “
झेंग ने अपनी मां के साथ भागकर जान बचाई थी। उन्होंने 1990 से इस घटना के बारे में तमाम तरह के साक्ष्यों को इकट्ठा करना शुरू किया।
इस घटना में अपने माता-पिता को खोने वाले पेन जेन्हुआ ने कहा, “जापान सरकार से हमारी पहली मांग माफी की है। मुआवजा दूसरे नंबर पर है।”
अदालत ने मामले को आगे और अध्ययन के लिए एक सार्वजनिक याचिका के रूप में दर्ज कर लिया है।