नमाज के बाद जम्मू-कश्मीर में श्रीनगर के डाउन टाउन के नौहाटा में बुधवार को कुछ युवक ओसामा बिन लादेन के पोस्टर लेकर सड़कों पर आ गए और अफगानिस्तान में नाटो सेना के खिलाफ लड़ रहे तालिबानियों के पोस्टर भी लहराए।
जामिया मस्जिद में बकरीद की नमाज जैसे ही खत्म हुई, बड़ी संख्या में जमा भीड़ मस्जिद के पास सड़क पर नारेबाजी करने लगी। इनमें से कुछ युवकों ने वहां सुरक्षा के लिए तैनात सीआरपीएफ और पुलिस के जवानों पर पथराव शुरू कर दिया। इसमें आधा दर्जन के करीब लोग घायल हो गए।
कई वाहनों के शीशे भी तोड़ दिए गए। मौके पर भारी भीड़ होने के कारण सुरक्षा बलों और अधिकारियों ने उनके खिलाफ कोई कार्रवाई तो नहीं की, लेकिन घटना को संजीदगी से लिया है। भीड़ में कुछ युवाओं ने चेहरे को कपड़ों से ढंक रखा था। ये युवक हाथों में बिन लादेन और तालिबानी आतंकियों के पोस्टर लिए थे।
मीडिया को देखते ही वे सामने आ गए और बिना कुछ कहे सुने थोड़ी देर बाद ही खुद भीड़ में गायब हो गए। नमाज के ठीक बाद भीड़ से निकले इन युवाओं की हरकत से सुरक्षा अधिकारी भी सकते में हैं।
सीमा पार पाकिस्तान में बैठे आतंकी कमांडर अफगानिस्तान से नाटो सेना के वापस चले जाने के बाद कश्मीर में तालिबान जैसा आतंकवादी गतिविधियां शुरू करने की चेतावनी देते रहे हैं।
पथराव में पुलिसकर्मी की मौत
बारामूला जिले के पलहालन कसबे में बकरीद की नमाज के बाद उग्र भीड़ द्वारा किए गए पथराव में एक पुलिसकर्मी की मौत हो गई। पथराव में कुछ लोग घायल भी हुए हैं। हालात बिगड़ते सीआरपीएफ तथा अतिरिक्त पुलिस कर्मियों को घटना पर तैनात किया गया।
पलहालन से बारामूला कसबे की ओर जा रहे पुलिस के कुछ वाहन बुधवार की सुबह लोगों द्वारा किए गए पथराव की चपेट में आ गए। पुलिस के वाहन चालक कमल नैन सिंह को भी पत्थर लगा जिससे वह नियंत्रण खो बैठा।
इसके बाद वाहन बिजली के खंभे से टकरा गया जिसमें उसकी मौत हो गई। पुलिस के अनुसार पथराव में कुछ और लोगों के घायल होने की खबर है और कुछ वाहन भी क्षतिग्रस्त हुए हैं।from amar ujala