अमृतसर- सिख धर्म के प्रवर्तक गुरु नानक देव का जन्मदिन मनाने के लिए भारत के 1500 से अधिक सिख श्रद्धालुओं का एक जत्था बुधवार को पाकिस्तान के पवित्र शहर ननकाना साहिब पहुंचा। श्रद्धालु मंगलवार को पाकिस्तान के लिए रवाना हुए थे। उनके रवाना होने से ठीक दो दिन पहले रविवार को पाकिस्तान के वाघा में अंतर्राष्ट्रीय सीमा से मात्र 500 मीटर दूर एक आत्मघाती विस्फोट हुआ था जिसमें 60 लोगों की मौत हो गई थी।
शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक समिति (एसजीपीजी) के अधिकारियों ने यहां बताया कि सिख श्रद्धालुओं का जत्था सिखों के पहले गुरु के जन्मस्थल पर बुधवार की सुबह पहुंचा।
उन्होंने कहा कि पाकिस्तानी प्राधिकारियों ने वाघा विस्फोट के मद्देनजर श्रद्धलुओं को सुरक्षा प्रदान करने का आश्वासन दिया है।
एसजीपीजी के प्रवक्ता ने यहां बताया, “जत्था पहुंच गया है, और गुरुवार को वह गुरुनानक देव का जन्मदिन मनाएंगे। हमें श्रद्धलुओं की सुरक्षा को लेकर पूरी तरह आश्वस्त किया गया है।”
श्रद्धालुओं का समूह यहां से 30 किलोमीटर दूर अमृतसर और अटारी से तीन रेलगाड़ियों द्वारा मंगलवार को लाहौर के लिए निकला था।
लाहौर से वह लगभग 100 किलोमीटर दूर ननकाना साहिब सड़क के रास्ते से गए।
वाघा विस्फोट के कारण हालांकि, श्रद्धालु चिंतित नहीं दिखे। ननकाना साहिब के लिए निकलने से पहले ज्यादातर ने कहा कि वे सुरक्षा को लेकर चिंतित नहीं हैं।
पाकिस्तान जाने से पहले श्रद्धालु पलविंदर कौर ने बताया कहा, “हमें गुरु पर भरोसा है। हम खुश है कि हमें पाकिस्तान के लिए वीजा मिल गया। हमें हालांकि, वाघा सीमा पर हुए विस्फोट के बारे में पता है लेकिन यह हमें विचलित नहीं कर सकता।”