नई दिल्ली, 6 अगस्त (आईएएनएस)। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने गुरुवार को एनएससीएन-आईएम के साथ नगा शांति समझौते से पूर्व पूर्वोत्तर राज्यों के मुख्यमंत्रियों से मंत्रणा न किए जाने को लेकर केंद्र सरकार की आलोचना करते हुए उसे ‘अहंकारी’ बताया।
सोनिया ने संसद के बाहर संवाददाताओं को बताया, “हम हैरान हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मणिपुर, असम और अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्रियों को विश्वास में लेने की सोची तक नहीं, जबकि ये राज्य इससे सीधे तौर पर प्रभावित होते हैं।”
उन्होंने कहा, “यह केंद्र सरकार के अहंकार को दिखाता है। सीधे प्रभावित होने वाले राज्यों के मुख्यमंत्रियों से विचार-विमर्श किए बिना कैसे एक समझौते को अंजाम दिया जा सकता है, भले ही समझौते को ऐतिहासिक करार दिया जा रहा हो।”
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने सरकार के इस कदम को मणिपुर, असम और अरुणाचल प्रदेश के लोगों का अपमान बताया, क्योंकि उन्हें इस समझौते के बारे में बताया तक नहीं गया।
उल्लेखनीय है कि केंद्र सरकार और अलगाववादी नगा संगठन नेशनल सोशलिस्ट काउंसिल ऑफ नगालैंड (एनएससीएन-आईएम) के बीच सोमवार को नगा शांति समझौते पर हस्ताक्षर हुए।