मेलबर्न/मुंबई, 30 दिसंबर – भारत के सफलतम कप्तानों में से एक महेंद्र सिंह धौनी ने मंगलवार को मेलबर्न क्रिकेट मैदान (एमसीजी) पर आस्ट्रेलिया के साथ ड्रॉ हुए तीसरे टेस्ट मैच के बाद टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने की घोषणा कर दी। उनकी जगह अब विराट कोहली को सिडनी में खेले जाने वाले चौथे टेस्ट के लिए टीम की कमान सौंपी गई है। मेलबर्न में ड्रॉ पर समाप्त हुए मैच के बाद आस्ट्रेलिया ने चार मैचों की श्रृंखला में 2-0 की अपराजेय बढ़त बना ली है। एडिलेड और ब्रिस्बेन में भारत को हार का सामना करना पड़ा।
श्रृंखला का चौथा और आखिरी टेस्ट सिडनी में छह जनवरी से शुरू होना है, जिसमें कोहली भारतीय टीम की कमान संभालेंगे।
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के सचिव संजय पटेल ने एक विज्ञप्ति जारी कर कहा कि बोर्ड धौनी के फैसले का सम्मान करता है और भारतीय टेस्ट क्रिकेट में अहम योगदान के लिए उनका आभार व्यक्त करता है।
बीसीसीआई के अनुसार, “धौनी ने टेस्ट क्रिकेट से तत्काल संन्यास लेने का फैसला किया है। वह अब टी-20 और एकदिवसीय प्रारूप पर ज्यादा ध्यान देना चाहते हैं।”
बीसीसीआई के अनुसार, “हम धौनी के फैसले का सम्मान करते हैं और भारतीय टेस्ट क्रिकेट मेंबहुमूल्य योगदान देने के लिए उनका आभार व्यक्त करते हैं।”
गौरतलब है कि धौनी ने भारत के लिए 90 टेस्ट खेलते हुए 4,876 रन बनाए। इनमें से 60 मैचों में उन्होंने भारतीय टीम का नेतृत्व किया। उनकी कप्तानी में भारतीय टीम टेस्ट रैंकिंग में शीर्ष पर पहुंचने में कामयाब रही।
धौनी ने मंगलवार को समाप्त हुए मेलबर्न टेस्ट में आठ कैच और एक स्टंप सहित कुल नौ विकेट चटकाने में अहम भूमिका अदा की। मेलबर्न में ऐसा करने वाले वह पहले भारतीय विकेटकीपर हैं।
साथ ही आस्ट्रेलिया के खिलाफ इस मैदान पर यह कारनामा करने वाले वह विश्व के तीसरे विकेटकीपर हैं। इससे पहले वेस्टइंडीज के डेविड मरे और रिड्ले जैकब्स यह उपलब्धि हासिल करने में सफल रहे थे। मरे मे 1981 जबकि जैकब्स ने दिसंबर 2000 में यह कारनामा किया था।
उल्लेखनीय है कि धौनी के चोटिल होने की स्थिति में कोहली ने पहले टेस्ट में भारतीय टीम की कमान संभाली थी।