इंदौर, 26 अक्टूबर (आईएएनएस)। आर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक, आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर ने कहा कि समाज में धर्माचरण से ही अपराधों में कमी आएगी, क्योंकि धार्मिक व्यक्ति हिंसक नहीं हो सकता। समाज में धर्म का प्रचार-प्रसार, विस्तार और पोषण जरूरी है।
इंदौर, 26 अक्टूबर (आईएएनएस)। आर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक, आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर ने कहा कि समाज में धर्माचरण से ही अपराधों में कमी आएगी, क्योंकि धार्मिक व्यक्ति हिंसक नहीं हो सकता। समाज में धर्म का प्रचार-प्रसार, विस्तार और पोषण जरूरी है।
मध्य प्रदेश की आध्यात्मिक और धार्मिक नगरी उज्जैन में अगले वर्ष होने वाले धार्मिक समागम सिंहस्थ से पहले इंदौर में तीन दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय धर्म-धम्म सम्मेलन आयोजित किया गया। इस सम्मेलन के अंतिम दिन सोमवार को रविशंकर ने धर्म पर अपनी राय जाहिर की।
उन्होंने कहा कि जगत में सुख-शांति के लिए विभिन्न मत और धर्मो के विद्वान एक साथ बैठकर विचार करें। बुद्घिमान व्यक्ति ही धार्मिक होते हैं और धार्मिकता से ही बुद्घिमत्ता आती है। धार्मिक व्यक्ति कभी हिंसक नहीं हो सकते।
उन्होंने कहा कि जनता के सुख, शांति के लिए इस तरह के विचार महाकुंभ होना चाहिए। मध्यप्रदेश शासन ने मूल्यों पर आधारित राजनीति और समाज के पुनर्निर्माण के लिए इस सम्मेलन के जरिये एक नया अध्याय शुरू किया है।