मेलबर्न, 19 फरवरी (आईएएनएस)। एक नए शोध में पता चला है कि शिशु के लिए दोपहर की झपकी या नींद उसके सोने की गुणवत्ता को प्रभावित कर सकती है।
शोध के अनुसार, दोपहर की झपकी या नींद से शिशु की रात्रि निद्रा का समय प्रभावित होता है।
ऑस्ट्रेलिया की क्वींसलैंड यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी के शोधकर्ता केरेन थोर्पे ने बताया कि उनकी टीम यह पता लगाना चाहती थी कि शिशुओं में दोपहर की नींद का उनकी रात्रि निद्रा की गुणवत्ता, उनके व्यवहार, संज्ञानात्मक और शारीरिक स्वास्थ्य पर क्या प्रभाव पड़ता है।
शोधकर्ताओं ने पाया कि दो साल से ऊपर के बच्चों में दोपहर की नींद का उनकी रात्रि निद्रा पर बुरा प्रभाव पड़ता है।
शोध के अनुसार नींद और व्यवहार, विकास एवं संपूर्ण स्वास्थ्य पर पड़ने वाले हानिकारक प्रभाव में अंर्तसबंध है।
यह अध्ययन जर्नल ‘अर्काइव्स ऑफ डिजीज इन चाइल्डहुड’ के ऑनलाइन संस्करण में प्रकाशित हुआ है।