चंडीगढ़, 30 जनवरी (आईएएनएस)। पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने शुक्रवार को कहा कि समाजवाद और धर्मनिरपेक्षता के जुड़वां सिद्धांत संविधान की मूलभूत विचारधारा में है और इन बुनियादी सिद्धांतों में किसी प्रकार का विभाजन देश के हित के खिलाफ होगा।
चंडीगढ़, 30 जनवरी (आईएएनएस)। पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने शुक्रवार को कहा कि समाजवाद और धर्मनिरपेक्षता के जुड़वां सिद्धांत संविधान की मूलभूत विचारधारा में है और इन बुनियादी सिद्धांतों में किसी प्रकार का विभाजन देश के हित के खिलाफ होगा।
यहां से करीब 160 किलोमीटर दूर कपूरथला जिले में एक कार्यक्रम में भाग लेने के बाद संवाददाताओं से बातचीत करते हुए बादल ने कहा, “भारत विविधताओं वाला देश है जहां विभिन्न धर्मो, जातियों, पंथों और भाषाई पृष्ठभूमि के लोग बसते हैं। हमारे दादाओं-पड़दादाओं ने संविधान में समाजवाद और धर्मनिरपेक्षता के सिद्धांत पर विशेष भरोसा किया।”
बादल ने यह प्रतिक्रिया हाल के दिनों में इन दोनों शब्दों को गणतंत्र दिवस के मौके पर दिए गए सरकारी विज्ञापन में हटा लिए जाने पर उठे विवाद पर व्यक्त की।
बादल ने कहा कि समाजवाद और धर्मनिरपेक्षता के विचार हमारी राजव्यवस्था का अभिन्न हिस्सा हैं।
बादल ने कहा, “इसलिए इस मुद्दे पर चर्चा की शायद ही कोई गुंजाइश है।”
महाराजा रणजीत सिंह का उदाहरण रखते हुए बादल ने कहा कि उनके जैसे महान राजा ने भी धर्मनिरपेक्षता को अपने शासन का मूलमंत्र के रूप में अपनाया था।
उन्होंने कहा, “इस सिद्धांत के बगैर कोई भी देश बचा नहीं रह सकता क्योंकि ये सामाजिक तानाबाना को एक दूसरे से बांधे रखते हैं।”
उनकी पार्टी शिरोमणि अकाली दल (शिअद) केंद्र में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार का हिस्सा है और भाजपा पंजाब की शिअद नीत सरकार में साझीदार है।