रायपुर, 26 अप्रैल (आईएएनएस)। छत्तीसगढ़ के रायपुर में देश का सबसे ऊंचा तिरंगा मरीन ड्राइव (तेलीबांधा तालाब) में 30 अप्रैल को फहराया जाएगा। ध्वजारोहण मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह करेंगे। इससे पहले केंद्रीय शहरी विकास मंत्री वैंकेया नायडू के हाथ झंडा फहराये जाने की तैयारी थी।
मरीन ड्राइव में सात अप्रैल को 82 मीटर ऊंचा और 18 टन वजनी फ्लैग हाईमास्ट पोल खड़ा किया गया। इसके बाद केंद्रीय शहरी विकास मंत्री नायडू से 25 अप्रैल को तिरंगा झंडा फहरवाने की तैयारी चल रही थी, लेकिन पोल के आसपास सौंदर्यीकरण का काम पूरा नहीं हो सका था।
ऐसी स्थिति में ध्वजारोहण की तिथि को आगे बढ़ाने का निर्णय लिया गया। आयुक्त ओ.पी. चौधरी ने तिथि को लेकर मुख्यमंत्री से चर्चा की। उन्होंने 30 अप्रैल का दिन तय किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता रायपुर के सांसद रमेश बैस करेंगे।
इसके साथ ही मुख्यमंत्री तेलीबांधा तालाब के किनारे एक हिस्से में मोनोलिथिक पद्धति से बनकर तैयार बीएसयूपी मकान और बूढ़ापारा में बने स्क्वैश कोर्ट का भी लोकार्पण करेंगे।
उल्लेखनीय है कि अगर बुनियाद से हाईमास्ट पोल की नोक तक ऊंचाई की बात करें तो यह 84.87 मीटर है। हाईमास्ट पोल और तिरंगा झंडा लगाने का ठेका बजाज इलेक्ट्रिकल को लगभग 98 लाख रुपये में दिया गया है।
यह कंपनी तीन साल तक सिस्टम का मेंटिनंेस भी करेगी। कार्यक्रम से एक-दो दिन पहले झंडे का ट्रायल किया जाएगा।
हाईमास्ट पोल के चारों तरफ एक-एक किलोवॉट की एलईडी फोकस लाइट लगाई जा चुकी है। बिजली का कनेक्शन भी मिल गया है। रात को यही लाइट झंडे को रोशन करेगी। अगर बिजली चली गई तो उसके लिए पावर बैकअप की व्यवस्था होगी। जैसे ही लाइट गुल होगी, जेनरेटर से लाइट ऑटोमेटिक ऑन हो जाएगी।
मुख्यमंत्री 90 फुट लंबा और 60 फुट चौड़ा तिरंगा फहराएंगे। बजाज कंपनी ने एक और झंडा अतिरिक्त मंगाया गया है। दोनों झंडे मुंबई की फ्लैग फैक्ट्री में तैयार हुए हैं। इन्हें बनाने के लिए डेनियर पॉलिस्टर कपड़े का उपयोग किया गया है, जो कि लाइट पड़ने पर चमकेगा।
बताया जा रहा है कि रांची के पहाड़ी मंदिर परिसर में 25 जनवरी को 81 मीटर ऊंचे तिरंगे का ध्वजारोहण किया गया था। यह अभी तक देश में सबसे ऊंचा तिरंगा है।
रायपुर नगर निगम ने मरीन ड्राइव में 82 मीटर फ्लैग हाईमास्ट पोल लगाया है। इसलिए यह रांची से एक मीटर ऊंचा झंडा होगा।