जम्मू/कोलकाता/गुवाहाटी/चेन्नई/पणजी, 26 जनवरी (आईएएनएस)। देश के हर सूबे में गणतंत्र दिवस समारोह सोमवार को धूमधाम से मनाया गया। इस दौरान अपने भाषणों में नेताओं ने भ्रष्टाचार को जड़ से उखाड़ फेंकने, विकास के लिए काम करने तथा विद्रोहियों को हिंसा त्यागने को कहा।
असम के डिगबोई में यूनाइटेड लिबरेशन फ्रंट ऑफ असम (उल्फा) द्वारा किए गए दोहरे विस्फोट को छोड़ दें, तो पूरे देश में गणतंत्र का पर्व शांतिपूर्ण रहा।
असम के मुख्यमंत्री तरुण गोगोई ने आतंकवाद के मुद्दे पर सरकार के कड़े रुख को दोहराया और विद्रोहियों को हिंसा का त्याग करने को कहा। वहीं राज्यपाल पी.बी.आचार्य ने प्रदेश में गैंडों की हत्या पर चिंता जताई और कहा कि राज्य के प्रतीकों का संरक्षण सामूहिक जिम्मेदारी है।
जम्मू एवं कश्मीर के राज्यपाल एन.एन.वोहरा ने आशा जताई कि राज्य में जल्द ही एक निर्वाचित सरकार सत्तासीन होगी। साथ ही उन्होंने पाकिस्तान द्वारा बीते साल संघर्ष विराम तथा घुसपैठ के प्रयासों पर चिंता जताई।
वहीं महाराष्ट्र के राज्यपाल सी.वी.राव ने मुंबई में शिवाजी पार्क में तिरंगा फहराया और देवेंद्र फडणवीस सरकार द्वारा उठाए गए विभिन्न पहल की चर्चा की।
कर्नाटक के राज्यपाल वजूभाई वाला ने बेंगलुरु में तिरंगा फहराया। इस दौरान प्रदेश के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया भी मौजूद थे।
मिजोरम के राज्यपाल अजीज कुरैशी ने आईजोल में कहा कि यहां किसी भी रूप में उपस्थित भ्रष्टाचार को उखाड़ फेंकने के लिए राज्य पूर्णत: प्रतिबद्ध है।
उधर गोवा के राज्यपाल मृदुला सिन्हा ने पणजी में तिरंगा फहराया और आरोप लगाया कि यहां आने वाले पर्यटक ही राज्य में सांस्कृतिक अतिक्रमण के लिए जिम्मेदार हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सामाजिक व्याधियों से ग्रस्त हो गया है।
उन्होंने कहा, “मैं यह कह सकती हूं कि यहां कुछ सामाजिक व्याधियां हैं, जिन पर नियंत्रण की जरूरत है। हमें यह जानना चाहिए कि उनसे (पर्यटक) हम क्या ग्रहण करें और क्या नहीं।”
वहीं मेघालय के मुख्यमंत्री मुकुल संगमा ने कहा कि तीव्र रूप से सामाजिक-अर्थिक परिवर्तनकारी बदलाव लाने के लिए सरकार ने विकास की नई पहल को अपनाया है। साथ ही उन्होंने आतंकवादियों के खिलाफ सुरक्षा बलों की उपलब्धियों की प्रशंसा की।
वहीं राजस्थान के राज्यपाल कल्याण सिंह ने जयपुर में कहा कि हर किसी को राज्य के विकास के लिए काम करना चाहिए और राज्य 15 लाख युवाओं को रोजगार मुहैया कराने के लिए काम कर रहा है।
त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक सरकार ने अगरतला में कहा, “लोगों का एक वर्ग राज्य को बांटने व शांति भंग करने का प्रयास कर रहा है। सरकार इसपर लगाम लगाएगी।”
उधर, केरल के राज्यपाल पी.सतशिवम ने तिरुवनंतपुरम में लोगों से शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार लाने व पर्यावरण पर ध्यान देने की बात कही।
पश्चिम बंगाल के राज्यपाल केशरी नाथ त्रिपाठी ने कोलकाता में झंडा फहराया। इस दौरान मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी मौजूद थीं। उन्होंने ट्वीट किया, “गणतंत्र दिवस के मौके पर चलिए हम एक बार फिर संप्रभु, समाजवादी व धर्मनिरपेक्ष गणतंत्र के लिए खुद को समर्पित करें।”
वहीं बिहार में भी गणतंत्र दिवस धूमधाम व पूरे उत्साह के साथ मनाया गया। मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने सांप्रदायिक सदभाव तथा शांति बनाए रखने की लोगों से अपील की। जबकि नक्सलियों ने गणतंत्र दिवस का विरोध करते हुए गया, औरंगाबाद, जमुई तथा बांका जिले में काले झंडे फहराए।
आंध्र प्रदेश के राज्यपाल ई.एस.एल.नरसिम्हन ने विश्वास जताया कि राज्य बंटवारे के दर्द से उबरेगा और एक बार फिर विकास के पथ पर अग्रसर होगा।
ओडिशा में नक्सलवादियों की धमकी के बावजूद गणतंत्र दिवस धूमधाम से मनाया गया। मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने कटक में झंडा फहराया और ओडिशा को समृद्ध राज्य बनाने के संकल्प को दोहराया।
वहीं तमिलनाडु के राज्यपाल के.रोसैया ने चेन्नई में झंडा फहराया।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने लोगों को गणतंत्र दिवस की बधाई दी और आशा जताई कि लोग खुद को देश को प्रगति व समृद्धि के पथ पर अग्रसर करने के प्रति प्रतिबद्ध होंगे।