नई दिल्ली, 4 जनवरी (आईएएनएस)। दिल्ली पुलिस की सोमवार को जारी सालाना रिपोर्ट के मुताबिक, साल 2015 में साल 2014 के मुकाबले अपराध में 17.33 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई। 2014 में राष्ट्रीय राजधानी में 155,654 अपराध हुए थे। 2015 में यह संख्या बढ़कर 182,644 हो गई।
इन सभी अपराधों में से केवल 27 फीसदी (49,903) को ही हल किया जा सका।
दिल्ली पुलिस के आयुक्त बी.एस.बस्सी ने कहा कि ‘2015 इस मामले में बहुत संतोषप्रद रहा कि हमारी अधिक से अधिक प्राथमिकी (एफआईआर) दर्ज कराने की नीति सफल रही।’
बस्सी ने दिल्ली पुलिस के सालाना संवाददाता सम्मेलन में कहा, “बकरी की चोरी से लेकर 20 रुपये की चोरी तक, हमने सभी प्रासंगिक एफआईआर दर्ज की। दिल्ली के लोगों की अपेक्षा के हिसाब से यह काफी संतोषजनक रहा।”
सालाना रिपोर्ट से पता चलता है कि एफआईआर दर्ज नहीं कराने की शिकायतों की संख्या 2014 और 2013 के मुकाबले 2015 में कम हुई है।
बस्सी ने कहा, “इसके नतीजे में हम पाते हैं कि 2015 में दिसंबर 15 तक कुल 182,644 मामले दर्ज किए गए। 2014 में यही संख्या 155,654 थी।”
उन्होंने कहा कि सच्चे तरीके से मामलों को दर्ज करने के बाद दिल्ली पुलिस पर अपराध के रोकथाम की जिम्मेदारी आई और दिल्ली पुलिस ने इस मामले में शानदार काम किया है।
बस्सी ने कहा कि 2015 में 49903 मामले सुलझाए गए। इनमें से 6328 जघन्य मामले थे। 2014 में 43,431 मामले सुलझाए गए थे। इनमें 5784 जघन्य मामले थे।
बस्सी ने कहा, “लगभग सभी सनसनीखेज मामले रिकार्ड समय में सुलझाए गए।”