नई दिल्ली, 5 मई (आईएएनएस)। दिल्ली में चांदनी चौक के कांग्रेस उम्मीदवार जयप्रकाश अग्रवाल वर्ष 2009 से 2014 के दौरान सबसे सक्रिय सांसद रहे हैं और उन्होंने इस दौरान संसद में 898 सवाल पूछे। उनकी उपस्थिति 98 फीसदी रही और 85 डिबेट में हिस्सा लेने के साथ ही उन्होंने 23 प्राइवेट मेंबर बिल लाए।
नई दिल्ली, 5 मई (आईएएनएस)। दिल्ली में चांदनी चौक के कांग्रेस उम्मीदवार जयप्रकाश अग्रवाल वर्ष 2009 से 2014 के दौरान सबसे सक्रिय सांसद रहे हैं और उन्होंने इस दौरान संसद में 898 सवाल पूछे। उनकी उपस्थिति 98 फीसदी रही और 85 डिबेट में हिस्सा लेने के साथ ही उन्होंने 23 प्राइवेट मेंबर बिल लाए।
जयप्रकाश अग्रवाल ने रविवार को अपने क्षेत्र में चुनाव प्रचार के दौरान कहा कि दिल्ली के सभी सात भाजपा सांसद ‘गूंगे पहलवान’ हैं जिन्होंने संसद में कभी कोई सवाल नहीं किया।
उन्होंने कहा कि पिछले पांच साल के दौरान संसद में दिल्ली में भाजपा के सांसद गूंगे पहलवान बने रहे। सीलिंग और नोटबंदी के समय उन्होंने दिल्ली के निवासियों को दर्द झेलने के लिए अकेले छोड़ दिया। न तो उन्होंने उनकी समस्याएं अपनी सरकार के शीर्ष नेतृत्व तक पहुंचाई और न ही दिल्लीवसियों की एक भी समस्या संसद में उठाई।
वर्ष 2009 से 2014 तक की 15वीं लोकसभा में जयप्रकाश अग्रवाल की उपस्थिति 98 फीसदी रही। उन्होंने पिछली संसद में 898 सवाल पूछे थे। 85 डिबेट में भी हिस्सा लिया था। उन्होंने अपने पिछले कार्यकाल में 23 प्राइवेट मेंबर बिल भी पेश किए।
वर्ष 2019 लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने जयप्रकाश अग्रवाल को दिल्ली के चांदनी चौक से खड़ा किया है, जो व्यापारियों का हब कहा जा सकता है। अपने चुनाव प्रचार के दौरान अग्रवाल ने कारोबारियों को जीएसटी की जटिल टैक्स व्यवस्था से मुक्ति दिलाने और कमर्शल सीलिंग से उपजी समस्याओं का समाधान करने का वायदा किया है।
अग्रवाल ने कहा, “मैं दिल्ली और दिल्ली के लोगों की जरूरतें अच्छी तरह जानता हूं। डॉ. हर्षवर्धन पिछली एनडीए सरकार में मंत्री थे। इसके वावजूद उन्होंने अपने क्षेत्र के लिए कुछ नहीं किया। बीजेपी के सारे नेता गूंगे पहलवान हैं। दिल्ली के लोगों को जब जरूरत थी तो ये बीजेपी नेता उनके साथ नहीं खड़े हुए। बीजेपी केवल किसी भी तरह कुर्सी पाना चाहती है। वह नहीं जानती कि दिल्ली के लोगों की बेहतरी के लिए क्या किया जाए।”