नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस ने आदर्श नगर थाने के प्रभारी (एसएचओ) सीपी भारद्वाज को निलंबित कर दिया है, जिन्होंने एक हफ्ते पहले हिंदुत्ववादी समूह द्वारा एक मजार के मौलवी को प्रताड़ित किए जाने की घटना में हस्तक्षेप किया था और ऐसा करने से उन्हें रोका था.
इस मामले को लेकर सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हुआ था, जिसमें भारद्वाज को बीच-बचाव करते हुए देखा जा सकता है. उन्होंने संबंधित व्यक्ति को फिर से ये सब न दोहराने की चेतावनी भी दी थी.
वैसे तो दिल्ली पुलिस का दावा है कि ‘सही तरीके से काम नहीं करने’ के चलते भारद्वाज को निलंबित किया गया है. उन्होंने यह भी कहा कि सीपी भारद्वाज के खिलाफ कई शिकायतें भी दायर हुई थीं. हालांकि इस कार्रवाई को उस वायरल वीडियो से जोड़कर देखा जा रहा है, जहां ऑफिसर ने मौलवी को प्रताड़ित करने से व्यक्ति को रोका था.
एसएसओ भारद्वाज ने हिंदुत्ववादी संगठन के व्यक्ति से कहा था कि यदि वे किसी भी अवैध धार्मिक निर्माण की शिकायत करना चाहते हैं, तो दिल्ली सरकार ने इसके लिए एक समिति बनाई हुई है, वहां वे जाकर अपनी बात रख सकते हैं, लेकिन इस तरह सड़क पर तमाशा करने की इजाजत नहीं दी जाएगी.
दरअसल ये मामला आदर्श नगर में एक फ्लाईओवर पर बने मजार से जुड़ा हुआ है, जहां बीते दिनों हिंदुत्ववादी संगठन से जुड़े युवक पहुंचते हैं और मौलवी से सवाल-जवाब करते हुए बहसबाजी पर उतर आते हैं. उन्होंने इसका एक वीडियो बनाया था, जिस पर न्यूज एक्सक्लूसिव लिखा हुआ है. इसे बीते चार अगस्त को सोशल मीडिया पर साझा किया गया था.
वीडियो में भगवा रंग का गमछा कंधे पर रखे हुए एक युवक माइक लेकर मौलवी से सवाल पूछता है फ्लाईओवर कब बना, इस पर मौलवी बताते हैं कि नया फ्लाईओवर 2009 में बना और पहले वाले का निर्माण 1982 में एशियाई खेलों से पहले किया गया था. फिर वह कहते हैं कि यह उन्हें उनके बुजुर्गों द्वारा बताया गया था, जिनका निधन हो गया है.
युवक मौलवी से खाना कहां बनाते हैं और उनके बच्चे कहां रहते हैं, जैसे सवाल पूछता है. इसके बाद युवक मौलवी से पूछता है, ‘आपके ऐसे कितने मजार ऐसे चल रहे हैं’, तब वीडियो में आदर्श नगर के एसएचओ सीपी भारद्वाज नजर आते हैं.
भारद्वाज ने उन लोगों से सवाल किया कि ‘आपको किसने ये अधिकार दिया है कि आप भारत के नागरिकों पर इस तरह का दबाव डालें. यदि आप कुछ कहना चाहते हैं तो आपको कानूनी रास्ता अपनाना होगा.’
एसएचओ ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर दिल्ली सरकार ने एक धार्मिक समिति बना रखी है और यदि इन्हें कोई समस्या है तो वे उस समिति में जाकर अपनी बात रखें. सीपी भारद्वाज ने संबंधित व्यक्ति को चेतावनी भी दी थी कि यदि वे दोबारा इस तरह धमकाने की कोशिश करेंगे तो उन पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
वीडियो में धैर्यपूर्वक सकारात्मक जवाब देते हुए एचएचओ भगवा रंग का गमछा लपेटे से युवक कहते हैं, ‘समिति में ऐसी किसी भी संरचना की समीक्षा की जाती है, सभी हितधारकों के विचार लिए जाते हैं और यदि कोई संरचना किसी भी हित में बाधा डालती पाई जाती है या यातायात में बाधा पहुंचाती है तो फिर इसे स्थानांतरित कर दिया जाता है.’