नई दिल्ली, 8 जून (आईएएनएस)। दुष्कर्म पीड़िताओं की ‘दो-अंगुलियों’ से की जाने वाली जांच के संबंध में अस्पतालों को जारी किए गए सर्कुलर पर हो रही आलोचना के बाद दिल्ली सरकार ने सोमवार को इसे वापस लेने का फैसला किया।
स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने दिल्ली सचिवालय में कहा कि सरकार ने दुष्कर्म पीड़िताओं की दो अंगुलियों से जांच कराने पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया है।
उन्होंने कहा, “दिल्ली में यौन उत्पीड़ित की दो अंगुलियों से की जाने वाली जांच पर पूरी तरह प्रतिबंध लगा दिया गया है। हम इस संबंध में आज अधिसूचना जारी कर रहे हैं।”
मंत्री ने कहा कि 14-पृष्ठों के सर्कुलर में प्रिंटिंग में गलतियां हुई थीं।
29 मई को अस्पतालों को पर वजाइनल (पीवी) परीक्षण या दो अंगुलियों से की जाने वाली जांच का उल्लेख करते हुए सर्कुलर में कहा गया था कि पीड़िताओं की सहमति पर जांच की जा सकती है।
जैन ने कहा कि जांच संबंधी परामर्श विशेष कमेटी की रपट के आधार पर वितरित की गई है, जिसका गठन मार्च 2014 को पूववर्ती सरकार ने किया था।
कुछ सामाजिक कार्यकर्ता लंबे समय से दो अंगुलियों की जांच पर पूरी तरह प्रतिबंध की मांग कर रहे हैं।
सर्वोच्च न्यायालय ने मई, 2013 को कहा था कि यह परीक्षण पीड़िता के निजता के अधिकार का हनन है और सरकार को यौन अपराधों की जांच के लिए बेहतर चिकित्सा व्यवस्था करने के निर्देश दिए थे।