दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेताओं ने दिल्ली में भले ही आम आदमी पार्टी (आप) को अपना मुख्य विरोधी मान लिया है लेकिन अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली यह पार्टी कभी भी भाजपा और कांग्रेस का विकल्प नहीं हो सकती।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली में भाजपा के प्रचार-अभियान की शुरुआत कर दी है, वहीं शीला कहती हैं कि कांग्रेस भाजपा को सत्ता से बाहर रखने की दिशा में देख रही है।
शीला ने कहा, “कांग्रेस का एजेंडा भाजपा को सत्ता से बाहर रखना है। यह राजनीतिक लड़ाई है।”
दिल्ली में लगातार तीन बार मुख्यमंत्री रह चुकीं शीला को दिसंबर 2013 में हुए विधानसभा चुनाव में केजरीवाल ने नई दिल्ली सीट पर बड़े अंतर से हराया था।
आईएएनएस को दिए साक्षात्कार में शीला (76) ने आप के साथ चुनाव के बाद के गठबंधन की संभावनाओं से इंकार करते हुए कहा कि यह दिल्ली में सिर्फ एक विकल्प के रूप में उभरने की कोशिश कर रही है।
केरल की पूर्व राज्यपाल ने मीडिया की उस खबर से इंकार किया है जिसमें कहा गया है कि दिल्ली में त्रिशंकु परिणाम आने पर कांग्रेस आप को समर्थन दे सकती है।
शीला ने कहा, “मैं नहीं जानती कि उनमें क्षमता है या नहीं। यह पार्टी मीडिया द्वारा बनाई गई है। उनके व्यवहार को देखिए, पिछली बार उन्होंने सिर्फ 49 दिन के लिए काम किया था और भाग गए थे।”
उन्होंने कहा कि राज्य में फरवरी तक आप की सरकार और फिर राष्ट्रपति शासन लगाए जाने से लोग नाखुश हैं।
शीला ने कहा, “लोगों ने सब देखा है। एक व्यक्ति जिसे सरकार बनाने का मौका मिला वह भाग गया और राष्ट्रपति शासन भी लोगों के लिए ठीक नहीं रहा।”
उन्होंने कहा कि राजनीतिक विश्लेषकों के विपरीत दिल्ली में कांग्रेस मजबूत स्थिति में है और पिछले 15 सालों में इसकी उपलब्धि इसके लिए सत्ता में जाने का टिकट है।
शीला ने कहा, “हम अपने 15 साल के कामकाज को देख रहे हैं और जिसपर हमें गर्व हो सकता है।”
उन्होंने कहा, “हमने काम किया है और यह लोग पूरी दिल्ली में खुद देख सकते हैं। कई लोग मिल जाएंगे जो दिल्ली में भाजपा के पांच साल के कार्यकाल को याद कर सकते हैं, जब न लोगों के पास पानी और न बिजली की सुविधा थी।”
शीला ने भाजपा पर 890 अवैध कॉलोनियों को नियमित करने का श्रेय लेने का आरोप लगाया।
उन्होंने कहा, “यह काम हमने शुरू किया था। लेकिन भाजपा के पास दूसरे के काम का श्रेय लेने और लोगों के सामने इसे अपनी चीज के रूप में बेचने की आदत है।”
शीला ने केजरीवाल पर मुफ्त वाईफाई, मुफ्त पानी और लगभग मुफ्त बिजली देने का दावा करने पर उनकी आलोचना की। उन्होंने कहा कि कहने और करने में फर्क होता है और कोई भी सरकार सैद्धांतिक रूप से ऐसे काम नहीं कर सकती।
उन्होंने कहा, “वह लोगों को झूठे वादे से लुभाने की कोशिश कर रहे हैं, जो कि जमीनी स्तर पर हकीकत में तब्दील नहीं हो सकती।”