नई दिल्ली, 6 अप्रैल (आईएएनएस)। दिल्ली में यातायात के कारण सड़क पर जगह को लेकर उपजे विवाद ने 38 वर्षीय एक व्यक्ति की जान ले ली। पांच लोगों ने उसकी पीट-पीट कर हत्या कर दी। उसके बेटों ने पुलिस से हस्तक्षेप कर अपने पिता को बचाने के लिए मदद मांगी, लेकिन उन्हें कोई मदद नहीं मिली।
पुलिस ने सोमवार को बताया कि मृतक व्यक्ति की पहचान शाहनवाज के रूप में हुई है। वह मध्य दिल्ली के माता सुंदरी रोड का निवासी था। उसकी हत्या के आरोप में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है।
वह रविवार की रात अपने दोनों बेटों के साथ एक पारिवारिक समारोह से मोटरसाइकिल द्वारा लौट रहा था। तभी दरियागंज में तुर्कमान गेट के पास उसकी मोटरसाइकिल में एक कार चालक ने टक्कर मार दी।
घटना रविवार रात 11.30 बजे के आसपास हुई। शाहनवाज माता सुंदरी रोड पर बिजली की दुकान चलाता था। जबकि उसके माता पिता तुर्कमान गेट के पास पुराने घर में रहते हैं।
पुलिस पर कार्रवाई न करने का आरोप लगाते हुए शाहनावज के परिजनों, रिश्तेदारों और पड़ोसियों समेत तकरीबन 300 लोगों ने व्यस्ततम रोड पर विरोध प्रदर्शन किया। विरोध कर रहे लोगों में बुरखा पहने महिलाएं भी शामिल थीं। प्रदर्शन कर रहे लोग आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे थे।
शाहनवाज की हत्या के लिए उन्होंने स्थानीय बिल्डर पर आरोप लगाया। महिलाओं ने प्रदर्शन स्थल पर मानव श्रंखला बना ली।
घटना के कुछ समय बाद से ही उसके परिजन और रिश्तेदारों ने इकट्ठा होकर अधिकारियों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। उन्होंने कुछ वाहनों में भी आग लगा दी।
इलाके में तनाव बढ़ने की आशंका के मद्देनजर सोमवार को भारी संख्या में दिल्ली पुलिस के जवान और अर्धसैनिक बलों की तैनाती की गई थी।
पुलिस ने सड़क मार्ग पर बैरिकेडिंग कर दी जिस कारण यातायात जाम और अव्यवस्था की स्थिति बन गई।
दिल्ली पुलिस आयुक्त बी.एस .बस्सी ने मीडिया को बताया कि एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है।
बस्सी ने कहा, “पांच लोगों ने पीट-पीटकर शाहनवाज की हत्या कर दी। आरोपियों में से एक मोहम्मद वसीम को गिरफ्तार कर लिया गया है और बाकी के चार लोगों की तलाशी जारी है।”
प्रत्यक्षदर्शियों ने पुलिस को बताया कि जिस कार से शाहनवाज की मोटरसाइकिल टकराई थी, उसमें चार-पांच व्यक्ति सवार थे।
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, कार चालक ने शाहनवाज से उसकी मोटरसाइकिल किनारे करने को कहा, लेकिन शाहनवाज ने कहा कि भीड़ ज्यादा होने के कारण अपना वाहन किनारे नहीं कर सकता। इसके बाद दोनों पक्षों में बहस शुरू हो गई।
बहस तेज होने के बाद कार में सवार लोगों ने शाहनवाज को बुरी तरह पीट दिया।
शाहनवाज के बेटों ने अपने पिता को बचाने की कोशिश की लेकिन उन पर भी हमला कर दिया गया और उन्हें बगल में कर दिया गया।
उन्होंने अन्य मोटरसाइकिल चालकों से अपने पिता को बचाने की गुहार लगाई लेकिन किसी ने उनकी मदद नहीं की।
शाहनवाज की मां नूरजहां ने आईएएनएस से कहा, “झगड़े को देखते हुए मेरे पोते फहाद (13) और कैफ (9) सड़क के उस पार पुलिस चौकी की ओर गए और वहां पर मौजूद दो पुलिसकर्मियों से अपने पिता को बचाने की अपील की। हालांकि उनकी सहायता के लिए कोई नहीं आया।”
उन्होंने कहा, “किसी प्रकार की सहायता न मिलने पर वे मेरे पास आए और कहा कि अब्बू की किसी से लड़ाई हो गई है।”
जब तक परिजन घटनास्थल पर पहुंचे, काफी देर हो चुकी थी। परिजन सड़क पर पड़े शाहनवाज को पास के लोक नायक जयप्रकाश अस्पताल ले गए, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया।
शाहनवाज के परिवार में 33 वर्षीय पत्नी फरजाना और दो बेटे और एक पांच साल की बेटी है।
पीड़िक के पिता सलाउद्दीन ने आईएएनएस से कहा, “शाहनवाज मेरा बड़ा बेटा था। इलाके के कुछ गुंडों के बर्बर कृत्य के कारण अब वह हमारे बीच नहीं है।”
सलाउद्दीन ने शाहनवाज की पत्नी फरजाना के बारे में बताया, “जब से उसने शाहनवाज की मौत के बारे में सुना है वह बेसुध पड़ी है। मेरे दोनों पोते भी सदमे में हैं। फहाद को भी गुंडों ने मारा था और घटना के बाद से वह डरा हुआ है।”
पीड़ित के परिजनों का हालांकि कहना है कि वसीम मुख्य आरोपी नहीं है।
पीड़ित के चाचा सुजाउद्दीन ने आईएएनएस से कहा, “पुलिस अन्य लोगों को गिरफ्तार कर कुछ लोगों को बचाने का प्रयास कर रही है।”
सुजाउद्दीन और अन्य रिश्तेदारों के मुताबिक, आरोपियों का स्थानीय रूप से दबदबा है और वे 18 भाई हैं।