नई दिल्ली, 4 जून (आईएएनएस)। दिल्ली के बाद अब गुजरात और जम्मू एवं कश्मीर में भी गुरुवार को मैगी पर पाबंदी लगा दी गई। इस बीच कई राज्यों ने मैगी के नमूनों को जांच के लिए भेज दिया है।
मैगी ने हालांकि कहा है कि कोलकाता की एक प्रयोगशाला में की गई जांच में सीसे के स्वीकृत स्तर में होने का पता चला है।
गुजरात के खाद्य एवं औषधि प्रशासन ने गुरुवार को 30 दिनों के लिए मैगी को प्रतिबंधित कर दिया। राज्य सरकार ने यह फैसला मैगी के नमूनों की जांच कराने के बाद किया है।
जम्मू एवं कश्मीर सरकार ने भी मैगी पर रोक लगा दी है इसकी निर्माता कंपनी नेस्ले इंडिया को मैगी के सभी पैकेट बाजार से हटाने का आदेश दिया है।
राज्य के उपभोक्ता मामले और जन वितरण मंत्री चौधरी जुल्फीकार ने श्रीनगर में संवाददाताओं से कहा, “हमने सभी जिलाधीशों को राज्य में मैगी पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने के लिए कहा है।”
उधर नेस्ले इंडिया ने अपनी वेबसाइट पर कुछ प्रयोगशालाओं में मैगी की जांच रिपोर्ट प्रकाशित की है।
नेस्ले ने अपने वेबसाइट पर कहा, “हम नियमित तौर पर अपने कच्चे मालों में सीसे की जांच करते हैं।”
नेस्ले ने कहा कि कच्चे माल में प्रति किलोग्राम 0.05 मिलिग्राम सीसा पाया गया है, जबकि 2.5 मिलीग्राम तक की अनुमति है।
नेस्ले ने मोनोसोडियम ग्लूटामेट (एमएसजी) के बारे में कहा, “हम मैगी नूडल में स्वाद बढ़ाने वाले एमएसजी का प्रयोग नहीं करते हैं।”
दिल्ली सरकार ने बुधवार को मैगी पर राज्य भर में 15 दिनों के लिए प्रतिबंध लगा दिया था। गुरुवार को दिल्ली सरकार ने रैमेन एंड चिंग्स के हक्का नूडल को भी जांच के लिए प्रयोगशाला भेज दिया।
शिमला में स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने कहा कि केंद्र सरकार ने सभी राज्यों को मैगी की गुणवत्ता पर रिपोर्ट भेजने के लिए कहा है और यह रिपोर्ट गुरुवार शाम तक मिल सकती है।
बिहार, पंजाब, पश्चिम बंगाल, हिमाचल प्रदेश, ओडिशा, महाराष्ट्र, हरियाणा और कर्नाटक तथ उत्तर प्रदेश ने मैगी की जांच के लिए नमूने भेजे हैं।
अहमदाबाद में केंद्रीय खाद्य मंत्री राम विलास पासवान ने कहा कि उन्होंने अपने विभाग से विवाद के बाद इस विषय पर ध्यान देने के लिए कहा है।
उन्होंने कहा कि सरकार ने राष्ट्रीय उपभोक्ता विवाद निपटारा आयोग से इस मामले की शिकायत की है।
एफएसएसएआई की केंद्रीय सलाहकार समिति ने भी मैगी में सीसा पाए जाने के मुद्दे पर एक बैठक में चर्चा की।
इस विवाद के बाद देश के कई प्रमुख रिटेल स्टोरों ने मैगी को अपने रैक से हटा दिया है।
भारतीय सेना ने भी एक निर्देश जारी कर अपने जवानों को मैगी खाने से मना कर दिया है और कैंटीनों को स्थिति स्पष्ट होने तक इसे बेचने से मना कर दिया है।
गुरुवार को बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) में नेस्ले इंडिया के शेयर 2.91 फीसदी या 180.30 अंकों की गिरावट के साथ 6010.80 पर बंद हुए।
बुधवार को नेस्ले के शेयर 9.05 फीसदी या 616.35 अंकों की गिरावट के साथ 6191.10 पर बंद हुए थे।