नई दिल्ली, 11 अक्टूबर – फिरोजशाह कोटला मैदान पर शनिवार को हुए पांच मैचों की एकदिवसीय श्रृंखला के दूसरे मुकाबले में भारत ने हरफनमौला प्रदर्शन करते हुए वेस्टइंडीज को 48 रनों से हरा दिया। वेस्टइंडीज टीम भारत से मिले 264 रनों के लक्ष्या का पीछा करते हुए 46.3 ओवरों में 215 रनों पर ढेर हो गई। वेस्टइंडीज के लिए सलामी बल्लेबाज ड्वायन स्मिथ ने सर्वाधिक 97 रनों का योगदान दिया।
भारत के लिए मोहम्मद समी ने शानदार गेंदबाजी करते हुए चार जबकि रविंद्र जडेजा ने तीन विकेट चटकाए।
वेस्टइंडीज ने लक्ष्य का पीछा बेहद सधे अंदाज में शुरू किया। ड्वायन स्मिथ (97) और डारेन ब्रावो (26) ने संभलकर खेलते हुए 13.1 ओवरों में 64 रन बना डाले। तभी मोहम्मद समी ने ब्रावो को क्लीन बोल्ड कर भारत को पहली सफलता दिला दी।
वेस्टइंडीज हालांकि जल्दबाजी में नहीं लग रहा था और पांच के नीचे के सामान्य रन औसत से रन बनाते हुए स्मिथ ने कीरन पोलार्ड (40) के साथ दूसरे विकेट के लिए 72 रन और जोड़ डाले। 28.5 ओवरों में एक विकेट पर 136 रन बना चुकी वेस्टइंडीज लक्ष्य का ओर धीमी गति से बढ़ती लग रही थी कि अमित मिश्रा ने पोलार्ड को बोल्ड कर भारत को दूसरी सफलता दिला दी।
पोलार्ड ने 50 गेंदों का सामना कर एक चौका और तीन छक्के लगाए।
वेस्टइंडीज को तीसरा बड़ा झटका स्मिथ के रूप में लगा। समी ने शानदार यॉर्कर गेंद पर स्मिथ को क्लीन बोल्ड कर उन्हें शतक से वंचित रखा। स्मिथ तीन रन से शतक से चूके। उन्होंने 97 गेंदों की अपनी शानदार पारी में 11 चौके और दो छक्के लगाए।
इस बीच वेस्टइंडीज संकट में तो नहीं लग रहा था, लेकिन उनकी रन गति जरूर काफी धीमी थी। लेकिन अगले 52 गेंदों में 31 रन बनाने में वेस्टइंडीज ने छह और विकेट गंवा दिए और जीत की ओर बढ़ रही टीम हार के मुहाने पर पहुंच गई।
इस बीच रविंद्र जडेजा ने आंद्रे रसेल (4), डारेन सैमी (1) और जेरोम टेलर (0) के विकेट चटकाए, जबकि समी ने 47वें ओवर की तीसरी गेंद पर रवि रामपाल का कैच खुद ही ले लिया और वेस्टइंडीज की पारी समेट दी।
इससे पहले भारतीय टीम ने विराट कोहली (62), सुरेश रैना (62) और कप्तान महेंद्र सिंह धौनी (नाबाद 51) की उम्दा अर्धशतकीय पारियों की बदौलत निर्धारित 50 ओवरों में सात विकेट पर 263 रन बनाए।
भारत की शुरूआत अच्छी नहीं रही। उसने महज चार रनों के कुल योग पर सलामी बल्लेबाज शिखर धवन (1) का विकेट गंवा दिया। धवन को जेरोम टेलर ने बोल्ड किया।
इसके बाद बल्लेबाजी क्रम में बदलाव के रूप में विराट कोहली की जगह अंबाती रायडू को भेजा गया। रायडू ने कप्तान के निर्णय को सही ठहराते हुए 32 रनों की उम्दा पारी खेली और अजिंक्य रहाणे (12) के साध 46 रनों की साझेदारी की। ड्वायन ब्रावो ने डारेन सैमी के हाथों रहाणे को कैच कराकर यह जोड़ी तोड़ दी।
रहाणे की विदाई के बाद रायडू ने कोहली के साथ 24 रनों की साझेदारी निभाई ही थी कि सुलेमान बेन की गेंद पर बोल्ड होकर वह पवेलियन लौट गए। रायडू 54 गेंदों पर तीन चौके लगाए।
17.4 ओवर में 74 रन पर तीन विकेट गंवाकर संकट में लग रही भारतीय टीम को इसके बाद कोहली और सुरेश रैना का साथ मिला। बेहतरीन लय में चल रहे रैना के साथ कोहली ने अपनी पुरानी रौ में वापसी की और चौथे विकेट के लिए 105 रनों की साझेदारी कर भारत को संकट से उबार लिया।
रैना 179 रनों के कुल योग पर कीरन पोलार्ड को कैच थमा बैठे। रैना ने 60 गेंदों पर पांच चौके और दो छक्के लगाए।
इसके बाद हालांकि कोहली भी जल्द ही संयम खो बैठे और 196 के कुल योग पर आउट हुए। कोहली ने 78 गेंदों की पारी में पांच चौकों की मदद से 62 रन बनाए। कोहली का यह अर्धशतक सात पारियों के बाद आया।
कप्तान महेंद्र सिंह धौनी ने इसके बाद रवींद्र जडेजा के साथ छठे विकेट के लिए 23 रनों की साझेदारी निभाई। छह रन बनाने वाले जडेजा का विकेट 219 रनों के कुल योग पर गिरा।
भुवनेश्वर कुमार (18) ने कुछ अच्छे शॉट्स लगाए, हालांकि वह भी जल्द ही ब्रावो की गेंद पर पोलार्ड के हाथों लपक लिए गए। कप्तान धौनी ने अंत तक नाबाद रहते हुए 40 गेंदों में पांच चौके और एक छक्के की मदद से अर्धशतकीय योगदान दिया।
वेस्टइंडीज की ओर से टेलर ने तीन विकेट लिए जबकि सैमी, रवि रामपॉल, ब्रावो और बेन को एक-एक सफलता मिली।