नई दिल्ली| दिल्ली में अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली आम आदमी पार्टी (आप) की सरकार ने गुरुवार को विश्वास मत हासिल कर लिया। विधानसभा में विश्वास मत पर हुई चर्चा के दौरान मुख्यमंत्री ने अपना पक्ष रखा, जिसके बाद हुए मत विभाजन में सरकार के पक्ष में खड़े हुए विधायकों की संख्या अधिक देख प्रोटेम विधानसभा अध्यक्ष मतीन अहमद ने सरकार के विश्वास मत हासिल करने की घोषणा की और सदन की कार्यवाही शुक्रवार दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी।
इससे पहले सरकार की तरफ से दिल्ली सरकार के मंत्री मनीष सिसोदिया ने सदन में विश्वास मत का प्रस्ताव पेश किया। सिसोदिया ने कहा कि आप के पास राष्ट्रीय राजधानी पर शासन करने का ‘नैतिक जनादेश’ हासिल है। उन्होंने कहा, “हम सरकार बनाने की जिम्मेदारी का निर्वाह कर रहे हैं, लेकिन हमारे पास 28 सीटें ही हैं जिससे हम कश्मकश की स्थिति का सामना कर रहे हैं।”
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता डॉ. हर्षवर्धन ने विश्वास मत का विरोध करते हुए आप से यह बताने के लिए कहा कि आखिर वह कांग्रेस के समर्थन से सरकार बनाने के लिए क्यों मजबूर हुई।