बीजिंग, 6 फरवरी (आईएएनएस)। चीन की तरफ से कूटनीतिक संबंध प्रभावित होने की चेतावनी दिए जाने के बावजूद अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने वाशिंगटन में नेशनल प्रेयर ब्रेकफास्ट के दौरान तिब्बती धर्मगुरु दलाई लामा से मुलाकात की।
कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना के आधिकारिक समाचार पत्र ‘पीपुल्स डेली’ में प्रकाशित एक आलेख में आगाह करते हुए लिखा गया था कि अगर ओबामा और दलाई लामा के बीच मुलाकात होती है तो यह चीन के साथ अमेरिका के सकारात्मक संबंधों का रुख बदल देगा। आलेख में कहा गया है कि अलगाववादियों के साथ मित्रता आग से खेलने जैसा होगा।
ओबामा और दलाई लामा ने गुरुवार रात वाशिंगटन में आयोजित वार्षिक कार्यक्रम नेशनल प्रेयर ब्रेकफास्ट में एक साथ हिस्सा लिया।
समाचार पत्र में कहा गया था, “दोनों के बीच किसी भी तरह की मुलाकात का निश्चित रूप से नकारात्मक परिणाम सामने आएगा क्योंकि दलाई लामा की अपनी राजनीतिक जवाबदेही है।”
आलेख में कहा गया है कि तिब्बत से जुड़ी चिंता चीन के लिए महत्वपूर्ण है और यह राष्ट्रीय भावना से जुड़ा है।
आलेख में कहा गया है, “बीजिंग ने काफी पहले यह स्पष्ट किया है कि दलाई लामा, जो कि दशकों से तिब्बत को चीन से अलग करने की कोशिश कर रहे हैं, का अन्य देशों के नेताओं द्वारा स्वागत नहीं किया जाना चाहिए।”
समाचार पत्र के अनुसार, “अलगाववादियों के साथ मेलजोल आग के साथ खेलने जैसा है, जो कि अमेरिका और चीन के बीच के पारस्परिक विश्वास को प्रभावित करता है और चीन के साथ किए गए इसके वादे को तोड़ने के कारण राष्ट्रीय नेता के रूप में ओबामा की साख को गिराता है।”
इसके मुताबिक, “ओबामा और दलाई लामा के बीच स्वघोषित दोस्ती निजी हो सकती है, लेकिन अमेरिका के राष्ट्रपति और राजनीतिक रूप से भगोड़े व्यक्ति की दोस्ती निजता से परे है।”
बहरहाल, ओबामा ने इस कार्यक्रम में दलाई लामा को अपना अच्छा मित्र करार देते हुए उनका स्वागत किया और कहा कि वह स्वतंत्रता और गरिमा के लिए प्रेरणादायी व्यक्तित्व हैं।
इससे पहले ओबामा और दलाई लामा के बीच तीन बार मुलाकात हो चुकी है, लेकिन पहली बार दोनों किसी सार्वजनिक कार्यक्रम में शामिल हुए हैं।