अगरतला, 26 जनवरी (आईएएनएस)। त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक सरकार ने सोमवार को कहा कि वाममोर्चे की सरकार राज्य का विभाजन कभी मंजूर नहीं करेगी।
उन्होंने कहा कि वह अपनी पूरी ताकत से इस तरह की किसी भी पहल या कदम का विरोध करेंगे।
सरकार ने गणतंत्र दिवस के मौके पर राजधानी त्रिपुरा में असम राइफल्स के मैदान में राष्ट्रध्वज फहराने के बाद अपने भाषण में कहा, “कुछ लोग राज्य की शांति को भंग करने और राज्य के बंटवारे की कोशिशों में लगे हैं। वाममोर्चे की सरकार पूरी ताकत से इसका विरोध करेगी।”
उन्होंने आगे कहा, “सुरक्षा बलों के बेहतरीन प्रयासों और लोगों के विरोध के बावजूद आतंकवाद को जड़ से मिटाना अभी बाकी है। आतंकवादियों के शिविर अब भी पड़ोसी देश बांग्लादेश में मौजूद हैं।”
इंडिजिनस पीपुल्स फ्रंट ऑफ त्रिपुरा लंबे समय से त्रिपुरा ट्राइबल एरिया ऑटोनोमस डिस्ट्रिक्ट काउंसिल (टीटीएएडीसी) को पृथक राज्य घोषित करने की मांग कर रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने 40 साल से भी ज्यादा पुरानी आतंकवाद की समस्या को सफलतापूर्वक सुलझा लिया है, लेकिन कुछ लोग अपने राजनीतिक स्वार्थ के लिए आतंकवाद को फिर से उकसाने की कोशिशों में लगे हैं।
उन्होंने कहा, “हमारे स्वतंत्रता सेनानियों का सपना सरकार की गलत नीतियों और त्रुटिपूर्ण क्रियान्वयन के कारण अब भी पूरा नहीं हो पाया है।”