कोलकाता, 3 मार्च (आईएएनएस)। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की प्रदेश इकाई की ओर से शनिवार को कहा गया कि त्रिपुरा विधानसभा चुनाव में भाजपा की ऐतिहासिक जीत का पश्चिम बंगाल की राजनीति पर निश्चित तौर पर गहरा प्रभाव पड़ेगा। भाजपा ने बंगाल के राजनीतिक परिदृश्य में अगले छह महीने में आमूल पर्वितन आने की संभावना जाहिर की है।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष ने यहां कहा, “त्रिपुरा में जनता ने परिवर्तन लाया है और बंगाल में भी जनता ही बदलाव लाएगी। हम यहां लोगों की आशाओं और उम्मीदों के अनुरूप अपनी पार्टी का संगठन बना रहे हैं। हमें अपने राष्ट्रीय नेतृत्व से पूरा समर्थन मिल रहा है। मुझे लगता है कि छह महीने के भीतर बंगाल में व्यापक बदलाव आएगा।”
उन्होंने बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी के उस बयान की आलोचना की, जिसमें ‘दीदी’ ने कहा था कि त्रिपुरा में अगर मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) जीतती है तो वह खुश होंगी।
घोष ने कहा, “माकपा त्रिपुरा में हार चुकी है और मुझे विश्वास है कि इस नतीजे से उनसे (माकपा) ज्यादा दुखी ममता बनर्जी होंगी।”
हालांकि प्रदेश की सत्ता में काबिज तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने त्रिपुरा विधानसभा चुनाव के परिणाम के बाद इसे भाजपा की जीत से ज्यादा माकपा के घमंड की पराजय करार दिया है।
टीएमटी महासचिव पार्थ चटर्जी ने कहा, “यह माकपा की हार है। माकपा के प्रति त्रिपुरा के लोगों का गुस्सा चुनाव में उभरा है, लेकिन जो लोग त्रिपुरा में भाजपा की जीत का उत्सव मना रहे हैं उन्हें बंगाल को लेकर ज्यादा उत्साहित नहीं होने की जरूरत है।”
त्रिपुरा में विधानसभा की 59 सीटों पर हुए चुनाव में 39 पर भाजपा और आईपीएफटी गठबंधन ने जीत का परचम लहराया है।