नई दिल्ली, 10 जून (आईएएनएस)। फर्जी डिग्री मामले में दिल्ली के पूर्व कानून मंत्री जितेंद्र सिंह तोमर की गिरफ्तारी के एक दिन बाद बुधवार को दिल्ली पुलिस आयुक्त भीमसेन बस्सी ने कहा कि पुलिस जांच करेगी कि इसमें किसी रैकेट का हाथ तो नहीं है।
बस्सी ने यहां संवाददाताओं को बताया कि तोमर से जुड़े मामले में उन्हें ढूंढ़ना सबसे अहम पहलू है, जो दस्तावेजों की जालसाजी में संलिप्त हैं।
पुलिस आयुक्त से पूछा गया, “उन्हें (दस्तावेज) किसने बनाया? क्या यह उन्होंने (तोमर) तैयार किए या ये हासिल किए गए?”
बस्सी ने कहा कि अगर फर्जी दस्तावेज किसी दूसरे से प्राप्त किए गए हैं, तो भी उन लोगों की पहचान करना जरूरी है।
उन्होंने कहा, “रैकेट कब से चल रहा है? तोमर के अलावा और किसने ऐसे दस्तावेज प्राप्त किए?”
बस्सी ने कहा कि पूर्व अनुभव इस तरफ इशारा करता है कि इस तरह के रैकेट में संलिप्त लोगों ने कई लोगों को फर्जी दस्तावेज उपलब्ध कराए हैं।
उन्होंने कहा कि इस तरह के अनैतिक कार्यो ने शिक्षा प्रणाली को नुकसान पहुंचाया है। पुलिस मामले की तह तक जाएगी।
तोमर को दिल्ली पुलिस ने मंगलवार को गिरफ्तार किया। वह चार दिन की पुलिस हिरासत में हैं। उन्होंने गिरफ्तारी के बाद पद से इस्तीफा दे दिया।