वाराणसी: अब पशु तस्करों ने तस्करी का ऐसा तरीका अपनाया है कि पुलिस के आंखों के सामने वे पशुओं को आराम से लेकर दनदनाते हुए निकल जायेंगे और पुलिस को हवा तक नहीं लगेगी कि पशुओं की तस्करी हो गयी। पशु तस्करों की तस्करी के इस नायाब तरीके का पर्दाफाश रोहनिया थाने की पुलिस ने किया। पुलिस को जब इनके तरीके का पता चला तो वे खुद हैरत में पड़ गये। दरअसल, अब तस्करों ने पशुओं के ले जाने के लिए किसी ट्रक या अन्य वाहन का इस्तेमाल न करके ऐसे वाहन का इस्तेमाल किया है कि आप सोच भी नहीं सकते है। पशु तस्कर अब देश की बड़ी तेल कम्पनियों के तेल टैंकर का इस्तेमाल शुरु कर दिया है। पुलिस चार टैंकरों में लाद कर ले जाए जा रहे पशुओं को बरामद कर इसका खुलासा किया है।
एक टैंकर व चार ट्रक से 75 पशु बरामद
रोहनिया पुलिस के मुताबिक मुखबीर से सूचना मिली कि इंडियन आयल के टैंकर से पशुओं की तस्करी हो रही है। सटीक सूचना के आधार पर थाना प्रभारी शिवानंद मिश्रा ने भदवड़ चौराहे पर घेरेबंदी करके एक टैंकर तीन ट्रक को कब्जे में लेकर उसकी जांच की तो उनके भी होश उड़ गए। टैंकरों मे में बड़ी ही बेरहमी से 74 मवेशी को भरा गया था। इन में दो की मौत हो चुकी थी। पुलिस ने मौके से ही आठ तस्कर भी धर दबोचा है। इनके पास से 12 बोर का दो कट्टा, 325 बोर का तमंचा, 315 बोर का व 3 जिंदा कारतूस 12 बोर व 1 खोखा 315 व 1 खोखा 12 बोर का बरामद हुआ है। थाना प्रभारी शिवानंद मिश्रा ने बताया कि इन मवेशियों को कौशाम्बी से पश्चिम बंगाल ले जाया जा रहा था।
कैसे करते है तस्करी
पुलिस के डर से तस्करों ने ट्रक व अन्य वाहनों के बजाए इस बार तेल टैंकर को तस्करी के लिए इस्तेमाल किया। तस्कर ने बाकायदा टैंकर के पिछले हिस्से को काट कर जानवरों के प्रवेश का ऐसा रास्ता बनाया जिसको बाहर से देख कर किसी को इसकी भनक नहीं लग सकती कि इसमें पशुओं को भरा गया है। ऊपर से भी टैंकर के होल को बड़ा किया गया है ताकि पशुओ का दम न घुटे।
पुलिस वसूली से भी बचत
तस्करी के इस अनोखे तरीके से तस्करों को डबल मुनाफा हो रहा था। एक तरफ पुलिस को इसकी भनक ही नहीं लगती है। पकड़े जाने का कोई डर नहीं। वही दूसरी तरफ पुलिसिया वसूली से कुछ राहत मिलती है और पैसों की बचत होती है.
बेबाक डॉट कॉम से साभार