हैदराबाद, 5 अप्रैल (आईएएनएस)। पुलिस ने तेलंगाना के नलगोंडा जिले में और अधिक आतंकी संदिग्धों की संभावित उपस्थिति की खबरों के बीच रविवार को तलाशी अभियान शुरू किया। इसके एक दिन पूर्व यहां एक मुठभेड़ में दो व्यक्ति और एक पुलिसकर्मी की मौत हो गई थी।
हैदराबाद, 5 अप्रैल (आईएएनएस)। पुलिस ने तेलंगाना के नलगोंडा जिले में और अधिक आतंकी संदिग्धों की संभावित उपस्थिति की खबरों के बीच रविवार को तलाशी अभियान शुरू किया। इसके एक दिन पूर्व यहां एक मुठभेड़ में दो व्यक्ति और एक पुलिसकर्मी की मौत हो गई थी।
पुलिस टीमें अरवापल्ली और उसके आसपास के इलाके की तलाशी ले रही हैं, जहां संदिग्धों के छुपे होने का अंदेशा है। ये संदिग्ध प्रतिबंधित स्टूडेंट इस्लामिक मूवमेंट ऑफ इंडिया (सिमी) के सदस्य हो सकते हैं। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की टीमें भी तलाशी अभियान में शामिल हैं।
तेलंगाना के गृहमंत्री एन. नरसिम्हा रेड्डी ने इस बात से इंकार किया है कि शनिवार को मारे गए दोनों व्यक्तियों का कोई आतंकवादी सूत्र नहीं है और वे उत्तर प्रदेश के डकैत गिरोह के सदस्य थे। लेकिन पुलिस और खुफिया विभाग को संदेह है कि वे सिमी के पांच उन संदिग्धों में से हैं, जो मध्य प्रदेश की खंडवा जेल से 2013 में भाग गए थे।
तेलंगाना पुलिस ने दोनों की पहचान आधिकारिक तौर पर जारी नहीं की है।
नलगोंडा के जानकीपुर गांव में भीषण मुठभेड़ में दोनों हथियाबंद संदिग्ध मारे गए थे और एक पुलिसकर्मी शहीद हो गया था। दो पुलिसकर्मी घायल भी हो गए थे और उनमें से एक की हालत लगातार नाजुक बनी हुई है।
इस मुठभेड़ से दो दिनों पूर्व इन्हीं हथियारबंद संदिग्धों ने उसी जिले के सूर्यापेट कस्बे में दो पुलिसकर्मियों की गोली मार कर हत्या कर दी थी और दो अन्य घायल हो गए थे। संदिग्धों ने उस समय गोलीबारी शुरू कर दी, जब पुलिसकर्मी एक बस को रुकवा कर उनसे पूछताछ कर रहे थे। बस गुरुवार तड़के विजयवाड़ा से हैदराबाद आ रही थी।
विशेष पुलिस टीमें अरवापल्ली पर ध्यान केंद्रित कर रही हैं, क्योंकि माना जा रहा है कि दोनों संदिग्धों ने सूर्यापेट की घटना के बाद ख्वाजा नसीरुद्दीन बाबा की दरगाह का दर्शन किया है।
पुलिस को संदेह है कि वहां तीन या उससे अधिक व्यक्ति हो सकते हैं। अधिकारी दरगाह के प्रभारी सहित कुछ स्थानीय निवासियों से पूछताछ कर रहे हैं। सूत्रों ने इलाके में एक या अधिक संदिग्धों के छुपे होने की संभावना से इंकार नहीं किया है।
माना जा रहा है कि मारे गए संदिग्धों ने इलाके में अपने हथियार, लैपटॉप और अन्य सामग्री छुपा रखे हैं।
जांच दल के लोग संदिग्धों को पनाह देने वालों की पहचान करने की कोशिश कर रहे हैं। वे तेलंगाना और उससे लगे आंध्र प्रदेश में संदिग्धों की गतिविधियों की भी छानबीन कर रहे हैं।
जांच दल के लोग यह भी पता करने की कोशिश कर रहे हैं कि क्या ये संदिग्ध मेडक जिले के आरसी पुरम में स्थित एक फाइनेंस कंपनी में हुई चोरी और करीमनगर में हुई एक बैंक डकैती में भी तो शामिल नहीं थे।
इस बीच केंद्रीय मंत्री एम. वेंकैया नायडू ने हैदराबाद में एक निजी अस्पताल का दौरा किया, जहां घायल दो पुलिस अधिकारियों का इलाज चल रहा है।
नायडू ने कहा कि केंद्र सरकार जांच में तेलंगाना को सभी सहायता मुहैया कराने को तैयार है। उन्होंने संदिग्धों के साथ मुठभेड़ में पुलिसकर्मियों द्वारा दिखाए गए अदम्य साहस की सराहना की।
नायडू ने तेलंगाना और आंध्र प्रदेश को सलाह दी कि वे राष्ट्रविरोधी तत्वों से निपटने में समन्वित प्रयास करें।