हैदराबाद, 4 अप्रैल (आईएएनएस)। तेलंगाना राज्य के नलगोंडा जिले में शनिवार को एक भीषण मुठभेड़ में दो अपराधी मारे गए। इस दौरान एक पुलिसकर्मी भी शहीद हो गया, जबकि दो अन्य घायल हो गए।
पुलिस ने बताया कि नलगोंडा जिले के मोठकुर मंडल में जानकीपुर गांव के करीब हुई इस मुठभेड़ में दो पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। यह जगह हैदराबाद से करीब 175 किलोमीटर दूर है।
मुठभेड़ में मारे गए दोनों अपराधियों ने गुरुवार को नलगोंडा जिले में ही दो पुलिसकर्मियों की हत्या कर दी थी, जबकि दो अन्य को घायल कर दिया था।
मुठभेड़ उस वक्त शुरू हुई, जब पुलिस का एक दल एक अभियान पर था, और इसी दौरान उनका इन अपराधियों से आमना-सामना हो गया।
प्रदेश के गृह मंत्री एन.नरसिम्हा रेड्डी ने हैदराबाद में संवाददाताओं से कहा कि पुलिस को गोपनीय सूचना मिली थी कि दो संदिग्ध गांव के मस्जिद में छिपे हैं, जिसके बाद पुलिस का दल वहां पहुंचा।
मस्जिद में पुलिस को कोई संदिग्ध नहीं मिला, लेकिन बाद में उनका सामना अपराधियों से हो गया। पुलिस के वाहन को देखकर अपराधियों ने गोलीबारी शुरू कर दी, जिसमें एक सिपाही नागाराजू मारा गया, जो वाहन का चालक था। इस गोलीबारी में उपनिरीक्षक सिद्दैया घायल हो गए।
वहां एक अन्य वाहन से पहुंचे सर्किल इंस्पेक्टर बाला गांगीरेड्डी भी अपराधियों की गोलीबारी से घायल हो गए।
गृह मंत्री ने कहा, “सर्किल इंस्पेक्टर ने गोलीबारी का जवाब दिया, जिसमें दोनों अपराधी मारे गए।”
मुठभेड़ में घायल सर्किल इंसपेक्टर और उप निरीक्षक को हैदराबाद के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उप निरीक्षक की हालत नाजुक बताई गई है।
पुलिस को घटनास्थल से दो पिस्तौल और एक कार्बाइन (छोटी बंदूक) मिली है। यह अपराधियों ने पुलिस से छीनी थी।
मुठभेड़ की सूचना मिलने के बाद पुलिस महानिदेशक अनुराग शर्मा और वरिष्ठ अधिकारी घायल पुलिसकर्मियों के कुशलक्षेम लेने अस्पताल पहुंचे।
नलगोंडा जिले के सूर्यापेट में गुरुवार सुबह दो पुलिसकर्मियों की हत्या और दो अन्य लोगों को घायल कर भाग निकलने वाले अपराधियों के उत्तर प्रदेश से होने की आशंका है।
उल्लेखनीय है कि गुरुवार सुबह पुलिस सूर्यापेट में विजयवाड़ा से हैदराबाद आ रही बस को रुकवाकर उसमें सवार संदिग्धों से पूछताछ कर रही थी, उसी दौरान संदिग्धों ने पुलिस पर अंधाधुंध गोलियां बरसानी शुरू कर दी थी।
इस घटना में पुलिस के एक सिपाही और एक होमगार्ड की जान चली गई थी।
गृहमंत्री ने संवाददाताओं से कहा कि दोनों संदिग्ध उत्तर प्रदेश के एक गिरोह से संबद्ध हो सकते हैं।
संवाददाताओं द्वारा यह पूछे जाने पर कि क्या दोनों प्रतिबंधित स्टूडेंट इस्लामिक मूवमेंट ऑफ इंडिया (सिमी) से ताल्लुक रखते हैं, उन्होंने कहा, “उनका आतंकवादियों से कोई संबंध नहीं है। यह सवाल ही नहीं उठता। यह डकैतों का एक अंतर्राज्यीय गिरोह था।”
रेड्डी ने आपराधिक तत्वों के खात्मे के लिए जान की कुर्बानी देने वाले पुलिसकर्मियों की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि इस तरह की किसी भी गतिविधि से निपटने के लिए पुलिस तैयार है।
गृह मंत्री ने मृतक के परिजनों को 40 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है। साथ ही उन्होंने मृतक के परिवार के एक सदस्य को नौकरी देने का भी वादा किया है।