हैदराबाद, 6 जून (आईएएनएस)। तेलंगाना के भ्रष्टाचार निवारक ब्यूरो (एसीबी) ने शनिवार को तेलुगू देशम पार्टी (तेदेपा) के विधायक ए. रेवंत रेड्डी और दो अन्य से वोट के लिए नोट मामले में पूछताछ शुरू की।
एसीबी के दस्ते ने विधायक और उसके दो सहयोगियों सेबेस्तियन हैरी और उदय सिम्हा को चेरापल्ली जेल से हिरासत में लिया।
विधायक के वकीलों ने एसीबी कार्यालय पर प्रदर्शन किया और विधायक के ठिकाने के बारे में जानकारी मांगी। प्रमोद रेड्डी नामक एक वकील ने आरोप लगाया कि एसीबी की कार्रवाई अदालत के आदेशों का उल्लंघन है।
शहर की एक अदालत ने शुक्रवार को आरोपियों को चार दिन के लिए एसीबी की हिरासत में दे दिया था। अदालत ने एजेंसी को निर्देश दिया था कि वह आरोपियों से सुबह नौ बजे से शाम चार बजे के बीच उनके वकीलों की उपस्थिति में पूछताछ करे।
तेलंगाना विधानसभा के सदस्य रेवंत रेड्डी को एसीबी ने उस समय गिरफ्तार कर लिया था, जब वह मनोनीत विधायक एलविस स्टीफेंसन को 31 मई को 50 लाख रुपये से अधिक की राशि प्रदान कर रहे थे। यह रिश्वत वह तेलंगाना विधान परिषद चुनाव में तेदेपा-भाजपा उम्मीदवार के पक्ष में वोट देने के लिए दे रहे थे।
एक दंडाधिकारी ने गिरफ्तार आरोपियों को पहली जून को 14 दिनों के न्यायिक हिरासत में भेज दिया था।
आरोपियों से पूछताछ इस लिहाज से काफी मायने रखती है क्योंकि तेलंगाना के गृहमंत्री एन. नरसिम्हा रेड्डी ने कहा था कि इस बात का सबूत मौजूद है कि तेदेपा अध्यक्ष और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने मनोनीत विधायक और तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) के कुछ अन्य विधायकों से फोन पर बात की थी।
टीआरएस नेताओं ने आरोप लगाया है कि नायडू इस मामले के मास्टरमाइंड हैं, लिहाजा उन्हें इस मामले का मुख्य आरोपी बनाया जाए।